( The Delhi Sultans )
🔷 राजपूत वंश 🔷
( Rajput Vansh )
👉 तोमर वंश- 12वीं सदी के आरंभ से 1165 ईo
( अनंगपाल -1130 ईo से 1145 ईo)
👉 चौहान वंश – 1165- 1192 ईo
( पृथ्वीराज चौहान – 1175- 1192 ईo )
◼️प्रारम्भिक तुर्की शासक ◼️
🔷 ( गुलाम वंश/ दास वंश ) 🔷
( Gulam Vansh )
👉 क़ुतुबद्दीन ऐबक – 1206-1210 AD
👉 इल्तुतमिश – 1210 AD -1236 AD
👉 रजिया बेगम – 1236AD -1240 AD
👉गयासुद्दीन बलबन -1266 AD -1287 AD
🔷 खिलजी वंश 🔷
( Khilji Vansh )
👉 जलालुद्दीन खिलजी – 1290 AD – 1296 AD
👉 अलाउद्दीन खिलजी – 1296 AD – 1316 AD
🔷 तुगलक वंश 🔷
( Tuglaq Vansh )
👉 ग़यासुद्दीन तुगलक – 1320 AD – 1325 AD
👉 मुहम्मद तुगलक – 1325 AD – 1351 AD
👉 फिरोजशाह तुगलक – 1351 AD – 1388 AD
🔷 सैयद वंश 🔷
( Saiyad Vansh )
👉 खिज्र खां – 1414 AD – 1421 AD
🔷 लोदी वंश 🔷
( Lodhi Vansh )
👉 बहलोल लोदी – 1451AD – 1489 AD
👉 सिकंदर लोदी – 1489 AD – 1517 AD
👉 इब्राहिम लोदी – 1517 AD -1526 AD
◼️ सल्तनत काल में लिखे गए इतिहास को तारीख ( एकवचन ) या तवारीख ( बहुवचन )कहा जाता है जो फारसी में लिखे गए थे |
◼️ तवारीख के लेखक नगरों में विशेषकर दिल्ली में रहते थे | यह सुल्तान से इनाम पाने की आशा में लिखते थे | यह शासकों को ‘जन्म सिद्ध अधिकार’ और ‘लिंगभेद’ पर आधारित ‘आदर्श सामाजिक व्यवस्था’ बनाए रखने की सलाह देते थे |
◼️ 1236 ईo में इल्तुतमिश ( Iltutmish ) की बेटी रजिया ( Rajia ) सिंहासन पर बैठी | मिन्हाज-ए-सिराज ( Minhaj e Siraj ) ने स्वीकार किया कि वह अपने सभी भाइयों से योग्य थी | लेकिन 1240 ईस्वी में एक षड्यंत्र के तहत उसे सिंहासन से हटा दिया गया |
◼️ ‘गैरिसन‘ उस किलेबंद बस्ती को कहते थे जहां सैनिक रहते हैं |
◼️ जो प्रदेश किसी शहर या बंदरगाह को वस्तुओं और सेवाओं की पूर्ति करते थे उन्हें भीतरी प्रदेश कहा गया है |
◼️ ‘कुव्वत-उल -इस्लाम’ ( Quwwat Ul Islam ) मस्जिद का निर्माण कुतुबुद्दीन ऐबक ( kutubddin Ebak ) ने करवाया |
◼️ ‘कुतुब मीनार’ ( Kutub Minar ) का निर्माण-कार्य कुतुबुद्दीन ऐबक ने प्रारंभ किया तथा इल्तुतमिश ने पूरा किया |
◼️ मोहम्मद तुगलक ( Muhammad Tuglaq ) ने दिल्ली में अपनी नई राजधानी ‘जहांपनाह’ ( Jahanpanah ) बनाई और यहां ‘बेगमपुरी मस्जिद’ ( Begampuri Mosque ) का निर्माण करवाया | बाद में मोहम्मद तुगलक ने अपनी राजधानी तुगलकाबाद ( Tuglaqabad ) ( देवगिरि के स्थान पर ) में स्थानांतरित की |
◼️ ‘जामा मस्जिद’ ( Jama Mosque ) उस मस्जिद को कहते हैं जहां अनेक मुसलमान एकत्र होकर साथ-साथ नमाज पढ़ते हैं | सबसे अधिक विद्वान व सम्माननीय पुरुष को इमाम चुना जाता है |
🔹 इमाम शुक्रवार की नमाज के दौरान ‘खुतबा’ ( Khutbah ) ( धर्मोपदेश ) देता है |
🔹 नमाज के दौरान मुसलमान मक्का की तरफ मुंह करके खड़े होते हैं मक्का के ओर की दिशा को ‘किबला'( Kibla ) कहा जाता है |
🔹 भारत में मक्का पश्चिम की ओर पड़ता है |
◼️ इल्तुतमिश ने ‘इक्ता प्रणाली’ आरंभ की |
◼️ ‘इक्ता प्रणाली'( Iqta System) एक ऐसी प्रणाली थी जिसमें किसी अधिकारी को नकद वेतन नहीं बल्कि भूमि प्रदान की जाती थी |
◼️ ‘खराज’ ( kharaj ) कृषि पर लगने वाला कर था जो उपज का लगभग 50% ( 1/2) था |
◼️ ‘बरनी’ ( Barni ) ने ‘तारीख-ए-फिरोजशाही’ ( Tarikh e Firojshahi ) की रचना की |
🔹 इस पुस्तक में बरनी ने निम्न वर्ग के लोगों को उच्च प्रशासनिक पद देने के कारण मोहम्मद तुगलक की बुराई की है |
◼️ इब्नबतूता मोरक्को का यात्री था जो सुल्तान मोहम्मद तुगलक के शासनकाल में भारत आया था | उसने ‘रिहला’ (Rehla ) नामक पुस्तक की रचना की |
◼️ चंगेज खान ( मंगोल शासक ) ने 1219 ईस्वी में उत्तर पूर्वी ईरान में ट्रांसऑक्ससियाना ( आधुनिक उज्बेकिस्तान ) पर हमला किया और इसके बाद दिल्ली सल्तनत पर आक्रमण किया |
◼️ खिलजी और तुगलक वंश के समय में मंगोल उम्र के आक्रमण बढ़ गए थे |
🔷 शेरशाह सूरी ने 1540 से 1545 ईo तक शासन किया | उसकी शासन व्यवस्था को बाद में अकबर ने अपनाया | शेरशाह ने अलाउद्दीन खिलजी की शासन व्यवस्था को अपनाकर उसे और अधिक सुदृढ़ किया |
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