सामंतवाद के पतन के कारण ( Samantvad Ke Patan Ke Karan )

सामंतवाद के पतन के कारण

उत्तर मध्यकाल में यूरोप में सामंतवाद ( Feudalism ) अपने पतन की ओर अग्रसर होने लगा था | 15वीं और 16वीं सदी में अनेक परिवर्तन हुए | अनेक शक्तिशाली राष्ट्रीय राज्यों का उदय हुआ | फलत: सामंतवाद ( Feudalism ) के बंधन ढीले पड़ने लगे | सामंतवाद के पतन व आधुनिक काल के उदय के प्रमुख कारणों का वर्णन इस प्रकार है —

(1) सामंतवाद में संकट

14वीं सदी में आकर सामंतवाद ( Feudalism ) कमजोर पड़ने लगा | आपसी युद्धों व प्राकृतिक आपदाओं के कारण सामंतवाद का किला ढहने लगा | यूरोप में 1348 ईस्वी में काली मौत फैल गई | इससे किसान अपने खेत छोड़कर भाग गए | कृषि-उत्पादन में भारी गिरावट आई | सामंतों की आमदनी कम हो गई | इस कारण सामंतों ने किसानों और कृषक-दासों का शोषण बढ़ा दिया | अपने ऊपर बढ़ रहे अत्याचारों से तंग आकर किसानों ने अनेक विद्रोह किए | इस प्रकार सामंतवादी प्रणाली में संकट पैदा हो गया |

(2) राष्ट्रीय राज्यों का उदय

सामंतवाद के पतन तथा आधुनिक काल के उदय का एक प्रमुख तत्त्व था – राष्ट्रीय राज्यों का उदय | निरंकुश सम्राटों ने सामंतों का दमन शुरू कर दिया | अब सम्राटों ने स्थायी सेना रखना शुरू कर दिया तथा सामंतों की सैनिक शक्ति को समाप्त कर दिया | उनके दुर्गों को नष्ट कर दिया गया | इन शासकों ने व्यापार, वाणिज्य, उद्योग और भौगोलिक खोजों को प्रोत्साहन दिया जिससे वाणिज्यवाद व पूंजीवाद का उदय हुआ | फलत: सामंतवाद पतन की ओर अग्रसर होने लगा |

(3) नगरों व व्यापारी वर्ग का उदय

मध्यकाल में इटली के वेनिस और जेनेवा जैसे नगर थे जो बाद में और अधिक समृद्ध होने लगे | मध्यकाल में व्यापारिक मेलों की शुरुआत भी होने लगी थी | इन मेलों में इंग्लैंड की मदिरा तथा एशिया के मसाले व रेशम की खूब माँग थी | इससे वैश्विक स्तर पर व्यापारिक आदान-प्रदान बढ़ने लगा | व्यापारी वर्ग का उदय हुआ | फलत: वेनिस, जेनेवा, लंदन, पेरिस, लियो, बोर्दो, फ्रैंकफर्ट, म्यूनिख, एम्स्टर्डम जैसे नगरों का उदय हुआ | यह नगर पुनर्जागरण के केंद्र के रूप में उभरे और सामंतवाद के पतन का कारण बने |

(4) मुद्रा का प्रचलन

मुद्रा के प्रचलन ने सामंतवाद ( Feudalism ) की जड़ें हिला दी और पूंजीवाद के उदय में सहायक सिद्ध हुई | नगरों की स्थापना, व्यापार में वृद्धि और भौगोलिक खोजों के कारण मुद्रा-प्रणाली का प्रसार हुआ | सामंत भी अपनी जमीन ठेके पर देने लगे और नकद धन लेकर दासों को स्वतंत्र भी करने लगे | अतः सामंत स्वयं ही अपनी पकड़ कमजोर करने लगे और सामंतवाद की कब्र तैयार होने लगी |

(5) भौगोलिक खोजें

उत्तर मध्यकाल में अनेक भौगोलिक खोजें हुई इसका कारण यह था कि 1453 ईस्वी में तुर्कों ने कुस्तुनतुनिया पर अधिकार कर लिया |इससे यूरोप और एशिया के बीच का मार्ग अवरुद्ध हो गया | एशिया से मसाले, कपड़े आदि आने बंद हो गए | अतः यूरोप के वासी नए मार्गों की खोज में निकल पड़े | 1492 ईस्वी में कोलंबस ने अमेरिका तथा 1498 में वास्को-डी-गामा ने भारत की खोज की | भौगोलिक खोजों के कारण व्यापार व वाणिज्य का विकास हुआ तथा सामंतवाद का पतन होने लगा |

(6) पुनर्जागरण

14वीं सदी से 17वीं सदी के बीच यूरोप में पुनर्जागरण का उदय हुआ | पुनर्जागरण के प्रभाव के कारण मानव-स्वतंत्रता, धर्मनिरपेक्षता, समानता आदि का महत्व बढ़ गया जिससे सामाजिक व राजनीतिक रूढ़ियाँ टूटने लगी और नए युग का उदय होने लगा | इन आधुनिक जीवन मूल्यों ने सामंतवाद को ठेस पहुंचाई |

(7) धर्म-सुधार

वास्तव में धर्म सुधार आंदोलन भी पुनर्जागरण की भांति आधुनिकता लाने में सहायक सिद्ध हुआ | हम सभी जानते हैं कि मध्यकाल में समाज के सभी क्षेत्रों में चर्च का दबदबा था | उस समय चर्च में अनेक कमियाँ आ चुकी थी | रोम के पोप ने असीम शक्तियाँ हासिल कर ली थी | वे राजाओं के राजा बन बैठे थे | अतः चर्च का विरोध होने लगा | जर्मनी के मार्टिन लूथर ने पोप का घोर विरोध किया और नवीन चर्च की स्थापना की जिसे ‘प्रोटेस्टेंट चर्च’ कहा जाता है |

(8) वैज्ञानिक उन्नति

मध्यकाल में विज्ञान विकास की ओर अग्रसर था | कॉपरनिकस ने सौर-प्रणाली की व्याख्या की | केपलर ने कॉपरनिकस के सिद्धांत की पुष्टि की | गैलीलियो ने दूरबीन की खोज की | न्यूटन ने गुरुत्वाकर्षण के सिद्धांत का प्रतिपादन किया | इन वैज्ञानिक खोजों ने एक नए युग का सूत्रपात किया जिसमें सामंतवाद जैसी पुरातन व रूढ़िवादी परंपरा का कोई स्थान नहीं था |

(9) छापेखाने का प्रारंभ

15 वीं सदी में गुटेनबर्ग ने प्रिंटिंग प्रेस की खोज की | छापेखाने की खोज के परिणामस्वरूप सरलता से पुस्तकें छपने लगी और ज्ञान का प्रसार होने लगा | अंधविश्वास और रूढ़ियाँ कम होने लगी और तर्क का महत्व बढ़ गया | सामंतवादी व्यवस्था ( Feudal System ) का पतन होने लगा और आधुनिक युग का आगमन होने लगा |

उपर्युक्त विवेचन के आलोक में कहा जा सकता है कि सामंतवाद के पतन और आधुनिक युग के आगमन के लिए अनेक तत्त्व उत्तरदायी थे | वस्तुतः मध्यकाल और आधुनिक काल के बीच में संक्रमण काल था जिसमें ऐसे अनेक महत्वपूर्ण परिवर्तन हुए जिन्होंने आधुनिक काल का मार्ग प्रशस्त किया | आधुनिकता के लक्षण की सामंतवाद के पतन का कारण बने |

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