( From the Earth to the Sky )
◼️ सौर मंडल ( Solar System ) : सूर्य, 8 ग्रह, उपग्रह तथा कुछ अन्य खगोलीय पिंडों जैसे शुद्रग्रह ( Asteroids) एवं उल्का पिंडों ( Meteorite ) से मिलकर सौरमंडल का निर्माण हुआ है |
◼️ सूर्य ( The Sun ) : सूर्य सौरमंडल के केंद्र में स्थित है |यह सौरमंडल के लिए प्रकाश एवं ऊष्मा का एकमात्र स्रोत है| यह पृथ्वी से 15 करोड़ किलोमीटर दूर है |
◼️ ग्रह ( Planet ) : हमारे सौरमंडल में आठ ग्रह हैं | सूर्य से दूरी के अनुसार वे इस क्रम में हैं – बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल, बृहस्पति, शनि, यूरेनस (अरुण), नेपच्यून (वरुण) |
🔷 यह सभी ग्रह दीर्घ वृत्ताकार पथ में सूर्य की परिक्रमा करते हैं जिसे कक्षा कहते हैं |
🔷 बुध, शुक्र, पृथ्वी तथा मंगल ग्रहों को पार्थिव ग्रह( Earth Planets) या आंतरिक ग्रह कहा जाता है | इनकी संरचना आपस में एक दूसरे से काफी मिलती-जुलती है |
🔷 बृहस्पति, शनि, यूरेनस (अरुण), नेप्चून (वरुण) ग्रहों को जोवियन ग्रह ( Jovian Planet) या बाहय ग्रह कहा जाता है |
🔷 अगस्त, 2006 से पहले प्लूटो (यम) को भी ग्रह माना जाता था परंतु अगस्त, 2006 में अंतर्राष्ट्रीय खगोलीय संगठन ने यह निर्णय लिया कि प्लूटो तथा सिरस ( Ceres ) बौने ग्रह ( Dwarf Planet ) कहे जा सकते हैं |
◼️ पृथ्वी ( The Earth ) : सूर्य से दूरी के हिसाब से पृथ्वी तीसरा ग्रह है |आकार में यह पांचवां सबसे बड़ा ग्रह है |
🔷इसके आकार को ‘भू आभ’ कहा जाता है जिसका अर्थ है- पृथ्वी के समान आकार |
🔷 पृथ्वी एक मात्र ऐसा ग्रह है जिस पर जीवन संभव है | 🔷 🔷 इसके दो तिहाई भाग पर पानी है इसलिए इसे ‘नीला ग्रह’ भी कहा जाता है |
◼️ चंद्रमा ( The Moon ) : चंद्रमा पृथ्वी का एकमात्र उपग्रह ( Satellite ) है | इसका आकार पृथ्वी के आकार का केवल एक चौथाई है | यह हमसे केवल 3, 84, 400 किलोमीटर की दूरी पर है |
🔷 यह पृथ्वी का एक चक्कर 27 दिन में पूरा करता है | लगभग इतने ही समय में वह अपने अक्ष पर एक चक्कर पूरा करता है | इसके परिणामस्वरूप ही पृथ्वी से हमें चंद्रमा का केवल एक भाग दिखाई पड़ता है |
◼️ शुद्र ग्रह ( Asteroids ) : मंगल और बृहस्पति ग्रहों की कक्षाओं के बीच अनेक छोटे-छोटे आकाशीय पिंड बिखरे पड़े हैं जिन्हें शुद्रग्रह कहा जाता है |
◼️ उल्का पिंड ( Meteorite ) : सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाने वाले पत्थरों के छोटे-छोटे टुकड़ों को उल्कापिंड कहते हैं | कभी-कभी यह उल्कापिंड पूरी तरह जले बिना पृथ्वी पर गिरती है जिससे धरातल पर गड्ढे बन जाते हैं |
◼️ आकाशगंगा ( Galaxy ) : लाखों तारों के समूह को आकाशगंगा कहते हैं | हमारी आकाशगंगा का नाम ‘दुग्ध-मेखला’ (मिल्की वे) है |लाखों आकाशगंगाएं मिलकर ब्रह्मांड का निर्माण करती हैं |
◼️ पहला कृत्रिम उपग्रह 1957 ईस्वी में छोड़ा गया था |
◼️ नील आर्म्सट्रांग ने 29 जुलाई, 1969 को चंद्रमा की सतह पर कदम रखा था |
◼️सूर्य के प्रकाश की गति लगभग 3 लाख किलोमीटर प्रति सेकंड है |
◼️ सूर्य के प्रकाश को पृथ्वी तक आने में लगभग 8 मिनट का समय लगता है |
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