( Paribhashik Shabd )
◼️ अर्थ : पारिभाषिक शब्द अंग्रेजी के ‘टेक्निकल ‘ शब्द का हिंदी अनुवाद है | ‘टेक्निकल’ शब्द ग्रीक भाषा के :टेक्निक्स’ शब्द से बना है, जिसका अर्थ है – विशिष्ट कला का या विज्ञान का या कला के बारे में |
इस आधार पर पारिभाषिक शब्द वे शब्द होते हैं, जो किसी विशिष्ट कला या विज्ञान की किसी शाखा से संबद्ध होते हैं तथा उनसे संबंधित किसी विशेष अर्थ की अभिव्यक्ति करते हैं |
🔷 पारिभाषिक शब्दावली के गुण / विशेषताएं 🔷
( Paribhashik Shabd Ke Gun / Visheshtayen )
पारिभाषिक शब्दावली में निम्नलिखित गुण अपेक्षित हैं :
1️⃣ उच्चारण में सरलता : पारिभाषिक शब्दों का उच्चारण सरल होना चाहिए | अगर पारिभाषिक शब्द विदेशी भाषा से लिया जाता है तो उसे अनुकूल पद्धति से अपनी भाषा में ढाल लेना चाहिए | अपनी भाषा में डालते समय भी सरलता का ध्यान रखना चाहिए | किंतु सरलता तथा शुद्धता में प्राथमिकता शुद्धता को देनी चाहिए |
2️⃣ नियतार्थता तथा परस्पर अपवर्जिता : पारिभाषिक शब्दों में नियतार्थता तथा परस्पर अपवर्जिता का गुण होता है | नियतार्थता का अर्थ है – शब्द का एक नियत अर्थ होना तथा अपवर्जिता का अर्थ है कि एक विशिष्ट क्षेत्र के पारिभाषिक शब्द के लिये दूसरा कोई भी पर्याय शब्द प्रयोग नहीं किया जा सकता |
3️⃣ एक ही अर्थ की अभिव्यक्ति – पारिभाषिक शब्द एक ज्ञान क्षेत्र में केवल एक ही अर्थ की अभिव्यक्ति करते हैं| किसी दूसरे ज्ञान क्षेत्र में उसका अर्थ भिन्न हो सकता है | जैसे ‘सेल’ शब्द का अर्थ भौतिकी में बैटरी, जीव विज्ञान में कोशिका तथा साहित्य में कक्ष है | परंतु जीव विज्ञान में ‘सेल’ का अर्थ कोशिका के अतिरिक्त कुछ अन्य नहीं हो सकता |
4️⃣ लघु आकार : पारिभाषिक शब्दों का आकार लघु होना चाहिए | लघु आकार के पारिभाषिक शब्द उच्चारण तथा प्रयोग में सरल होते हैं | परंतु यह ध्यान रखना चाहिए कि लघु आकार का पारिभाषिक शब्द ‘पारिभाषिक शब्दावली’ की परिभाषा पर खरा उतरे |
5️⃣ अपनी भाषा के अनुकूल : विदेशी भाषा के शब्दों को अपनी भाषा के व्याकरण व ध्वन्यात्मकता के अनुसार परिवर्तन कर अपनी भाषा में डालना ही अनुकूलन है | कभी-कभी विदेशी भाषा के शब्द को जो ज्यों का त्यों अपनी भाषा में स्वीकार कर लिया जाता है परंतु शब्द में अपनी भाषा की ध्वनि-पद्धति के आधार पर कुछ परिवर्तन कर लिया जाता है, जैसे ‘एंजिन’ को इंजन तथा ‘टेखनिक’ को तकनीक कर लिया गया |
6️⃣ जनशक्ति का गुण : मूल पारिभाषिक शब्द में जनशक्ति का गुण होना चाहिए ताकि समय पड़ने पर उपसर्ग, प्रत्यय या अन्य शब्द जोड़कर नए शब्दों का निर्माण किया जा सके, जैसे- भाषा विज्ञान में एक शब्द है ‘स्वन’ जिससे ‘संस्वन’, ‘स्वनिम’, ‘स्वनिमिकी’ जैसे शब्दों का निर्माण किया गया है |
◼️ अत: पारिभाषिक शब्द वे शब्द होते हैं जो किसी क्षेत्र विशेष में किसी विशेष अर्थ को अभिव्यक्त करते हैं | पारिभाषिक शब्दों का निर्माण करते समय शुद्धता, सरलता, संक्षिप्तता के साथ-साथ अपनी भाषा के व्याकरण और ध्वन्यात्मकता का ध्यान भी रखा जाता है ताकि वे शब्द जनग्राह्य बन सकें |
Other Related Posts
पारिभाषिक शब्दावली का निर्माण : समन्वयवादी सिद्धांत ( बी ए द्वितीय वर्ष, चतुर्थ सेमेस्टर ) ( Paribhashik Shabdavali : Samnvayvadi Siddhant )पारिभाषिक शब्दावली : अर्थ, परिभाषा एवं स्वरूप ( Paribhashik Shabdawali : Arth, Paribhasha Avam Swaroop )
7 thoughts on “पारिभाषिक शब्दावली : अर्थ व विशेषताएं / गुण ( Paribhashik Shabdavali : Arth, Visheshtayen / Gun )”