लिव वाइगोत्सकी का संज्ञानात्मक विकास/ Lev Vygotsky’s Theory Of Cognitive Development

लेव वाइगोत्सकी( Lev Vygotsky ) रूस के एक मनोवैज्ञानिक थे | वाइगोत्सकी ने बालक के संज्ञानात्मक विकास में समाज एवं उसके सांस्कृतिक संबंधों को एक महत्वपूर्ण आयाम घोषित किया |

पियाजे की तरह वाइगोत्सकी भी यह मानते थे कि बच्चे ज्ञान का निर्माण ( अर्जन ) करते हैं किंतु वाइगोत्सकी के अनुसार संज्ञानात्मक विकास एकाकी नहीं हो सकता | यह भाषा विकास, सामाजिक विकास, शारीरिक विकास के साथ-साथ सामाजिक-सांस्कृतिक संदर्भ में होता है |

🔹 वाइगोत्सकी के अनुसार यह आवश्यक है कि संज्ञानात्मक विकास को समझने के लिए उन औजारों या उपकरणों का परीक्षण किया जाना जरूरी है जो संज्ञानात्मक विकास में मध्यस्थता करते हैं तथा उसे रूप प्रदान करते हैं |

🔹 वाइगोत्सकी मानते हैं कि भाषा संज्ञानात्मक विकास का महत्वपूर्ण औजार है | वाइगोत्सकी के अनुसार आरंभिक बाल्यावस्था में ही बच्चा अपने कार्यों के नियोजन एवं समस्या समाधान में भाषा का औजार के रूप में प्रयोग करने लगता है |

🔹 वाइगोत्सकी का यह भी मानना है कि संज्ञानात्मक विकास आवश्यक रूप से सामाजिक एवं सांस्कृतिक संबंधों से जुड़ा है |

🔹 वाइगोत्सकी के अनुसार जैविक कारक (अनुवांशिक कारक ) मानव विकास में बहुत कम किंतु आधारभूत भूमिका निभाते हैं जबकि सामाजिक कारक उच्चतर संज्ञानात्मक प्रक्रियाओं ( जैसे भाषा, स्मृति व अमूर्त चिंतन ) में लगभग संपूर्ण व महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं |

🔹 पियाजे ( Piaget ) के सिद्धांत में जैविक तथा विकास अधिगम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं इसके विपरीत वाइगोत्सकी के सिद्धांत में अधिगम व विकास सामाजिक व सांस्कृतिक वातावरण की मध्यस्थता के साथ चलते हैं |

🔹 संभावित विकास का क्षेत्र इस प्रक्रिया को और अधिक स्पष्ट करता है |

🔹 वाइगोत्सकी का यह सम्प्रत्य ( Concept ) उस अंतर को परिभाषित करता है जो कि बच्चे के द्वारा बिना किसी सहायता के किए गए निष्पादन तथा किसी वयस्क या अधिक कुशल साथी की मदद से किए गए निष्पादन में होता है | दूसरे शब्दों में बच्चा जो कर रहा है तथा जो करने की क्षमता रखता है के बीच के क्षेत्र को संभावित विकास का क्षेत्र ( ZPD – Zone Of Proximal Development )

🔹लीव वाइगोत्सकी ने सामाजिक प्रभाव ( निर्देशन ) को दर्शाने हेतु ZPD के संप्रत्यय का प्रयोग किया है |

🔹 वायगॉट्स्की के द्वारा किए गए प्रयोग से स्पष्ट हो गया कि समाज का प्रभाव पड़ता है | एक बच्चा जिसकी मानसिक आयु 8 वर्ष है, वह बच्चा 12 वर्ष के बच्चे के लिए बनाई गई समस्या को भी हल कर गया |

ढांचा-निर्माण : ढांचा-निर्माण विकास के संभावित क्षेत्र से संबंधित संप्रत्यय है | ढांचा निर्माण एक तकनीक है जो सहायता के स्तर में परिवर्तन करती है | शिक्षण करते समय या सहयोगी अधिगम में शिक्षक या अधिक कौशल वाले सहयोगी को अधिगमकर्ता के निष्पादन के अनुसार अपने परामर्श या निर्देशन को समायोजित करना चाहिए या करना पड़ता है | जैसे अगर कोई नई समस्या है तो अधिक निर्देशन करना पड़ता है परंतु जै-जैसे छात्र की कार्य-क्षमता या अभ्यास बढ़ता जाता है निर्देशनों की संख्या कम होती जाती है |

🔹 वाइगोत्सकी के अनुसार संवाद (भाषा) ढांचा-निर्माण का महत्वपूर्ण औजार है | बच्चों के पास अव्यवस्थित तथा असंगठित संप्रत्यय होते हैं जबकि कुशल सहायक के पास संगठित | पारस्परिक संवाद के परिणामस्वरुप बच्चों के विचार सुसंगठित एवं व्यवस्थित हो जाते हैं |

🔹 स्व-निर्देशन में भाषा के प्रयोग को वाइगोत्सकी ने स्व-भाषा या निजी भाषा कहा है |

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