डॉ लक्ष्मी नारायण लाल के नाटक ( Dr. Lakshminarayan Lal Ke Natak )

डॉ लक्ष्मी नारायण लाल ( 1927 – 1987 ) स्वातंत्र्योत्तर भारत के प्रमुख नाटककार हैं | इन्होंने हिंदी नाटक को नई पहचान दिलाई | उन्होंने अपनी लेखनी से अनेक नाटकों की रचना की | उनके द्वारा रचित प्रमुख नाटक निम्नलिखित हैं :-

अंधा कुआं ( 1955 ) – लक्ष्मीनारायण लाल का पहला नाटक, प्रमुख पात्र – भगौती, सूक या सूका, इन्दर

मादा कैक्टस ( 1959 )प्रमुख पात्र – अरविन्द, सुजाता, मिनाक्षी

सुन्दर रस ( 1959 )प्रमुख पात्र – पंडितराज

सूखा सरोवर ( 1960 )प्रमुख पात्र – संन्यासी राजा, छोटा राजा, राजकुमारी, राजकुमारी का प्रेमी

तीन आँखों वाली मछली ( 1960 ) प्रमुख पात्र – श्यामबिहारी दास, कमलनयन, बद्दू

दर्पण ( 1961 )प्रमुख पात्र हरिपदम, पूर्वी

नाटक तोता मैना ( 1962 ) – राजा, रानी

रात रानी ( 1962 ) प्रमुख पात्र – जयदेव, कुंतल, निरंजन

रक्त कमल ( 1962 ) प्रमुख पात्र – कमल, महावीर दास, अमृता, कनु

सूर्यमुख ( 1968 ) प्रमुख पात्र – कृष्ण, प्रद्युम्न, वेणुरति, रुक्मिणी , साम्ब, वभ्रू

कलंकी ( 1969 ) प्रमुख पात्र – हेरूप, अकुलक्षेम, तारा

मिस्टर अभिमन्यु ( 1971 ) प्रमुख पात्र – राजन,विमल, केजरीवाल, गयादत्त

कर्फ्यू ( 1972 )प्रमुख पात्र – मनीषा, गौतम, कविता, संजय

अब्दुल्ला दीवाना ( 1973 ) प्रमुख पात्र – अब्दुल्ला

गुरु ( 1974 )प्रमुख पात्र – चाणक्य

व्यक्तिगत ( 1974 )प्रमुख पात्र – मैं अर्थात पति, वह अर्थात पत्नी

नरसिंह कथा ( 1975 ) प्रमुख पात्र – हरिण्यकश्यपु, प्रह्लाद, जय, विजय, महासुंदरी, शुक्राचार्य, वज्रदन्त

एक सत्य हरिश्चंद्र ( 1976 ) प्रमुख पात्र – देवधर, जीतन

संस्कार ध्वज ( 1976 )

यक्ष प्रश्न ( 1976 )प्रमुख पात्र – पाँचों पांडव, द्रौपदी, विदूषक

चतुर्भुज राक्षस ( 1976 )

सगुन पंछी ( 1977 ) – नाटक तोता मैना का पुनर्लिखित रूप, प्रमुख पात्र – राजा, रानी, गंगा, पंचम

गंगा माटी ( 1977 )प्रमुख पात्र – गंगा, देवल, कमल, शिवानंद

सब रंग मोहभंग ( 1977 )

पंचपुरुष ( 1978 )प्रमुख पात्र – पंचानंद बाबा

राम की लड़ाई ( 1979 )प्रमुख पात्र – रामगुलाम

कजरी वन ( 1980 )प्रमुख पात्र – कजरी, बलदाऊ

लंका कांड ( 1983 ) प्रमुख पात्र – गौरा, मोहन

अरुण कमल एक ( 1984 ) – डॉ लक्ष्मीलाल नारायण का यह नाटक उनके ‘गुरु’ नाटक का परिवर्तित रूप है, प्रमुख पात्र – चाणक्य

बलराम की तीर्थ यात्रा ( 1984 )प्रमुख पात्र -बलराम, कृष्ण, रेवती, रोमहर्षक

मन्नू ( 1984 ) प्रमुख पात्र – राजन, विमल, गयादत्त, केजरीवाल

कथा विसर्जन ( 1987 ) प्रमुख पात्र – माँ और उसकी बहू नीलम

हँसने वाली लड़कियाँ ( 1987 )

Leave a Comment

error: Content is proteced protected !!