गोरी-गोरी सोंधी धरती कारे-कारे बीज
बदरा पानी दे !
क्यारी-क्यारी गूंज उठा संगीत
बोने वालो ! नई फसल में बोओगे क्या?
बदरा पानी दे ! (1)
मैं बोऊँगा वीरबहूटी, इंद्रधनुष सतरंग
नये सितारे, नयी पीढ़ियाँ, नये धान का रंग
हम बोयेंगे हरी चुनरियां , कजरी, मेहंदी –
राखी के कुछ सूत और सावन की पहली तीज !
बदरा पानी दे ! (2)
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