शीर्षक-लेखन का महत्त्व एवं विशेषताएँ

शीर्षक-लेखन का महत्त्व
शीर्षक-लेखन का महत्त्व

समाचार, निबंध, कहानी, उपन्यास व किसी भी साहित्यिक विधा में शीर्षक का विशेष महत्त्व है | समाचार-लेखन में शीर्षक-लेखन का महत्त्व और अधिक बढ़ जाता है | प्रायः समाचार पत्रों के पाठक शीर्षक को देखकर ही उसे पढ़ने या छोड़ने का निर्णय लेते हैं | अतः समाचार के शीर्षक का सरल, संक्षिप्त और जिज्ञासावर्धक होना आवश्यक है |

शीर्षक का अर्थ ( Shirshak Ka Arth )

सामान्य शब्दों में किसी समाचार, निबंध, कहानी, लेख आदि के ऊपर कोई शब्द, शब्द-समूह, एक छोटा वाक्य या वाक्यांश लिखा जाता है जिसे शीर्षक कहा जाता है | यह शीर्षक अपने नीचे की लिखित सामग्री की प्रकृति के विषय में संकेत देता है | नाटक, कहानी, उपन्यास आदि का शीर्षक एक शब्द, शब्द-समूह के रूप में भी हो सकता है परन्तु समाचार का शीर्षक प्राय: एक छोटे वाक्य या वाक्यांश के रूप में होता है |

शीर्षक की परिभाषा ( Shirshak Ki Paribhasha )

शीर्षक की परिभाषा व उपयोगिता ( महत्त्व ) के विषय में प्रेमनाथ चतुर्वेदी लिखते हैं — “मानव-शरीर में शीर्ष का जो महत्व है वही समाचार में शीर्षक का | शीर्षक समाचार का प्राण और उसके सारे सार का विज्ञापन है | शीर्षक समाचार के मनोभाव का सूचक है |”

प्रसिद्ध विद्वान चार्ल्स ब्राउन के अनुसार — “शीर्षक सार-तत्त्व का संग्रही कैप्सूल है |”

अतः समाचार पत्रों में प्रत्येक समाचार के ऊपर संबद्ध भाव को प्रदर्शित करने वाला वाक्य या वाक्यांश शीर्षक कहलाता है

वस्तुतः जिस प्रकार मानव के शीर्ष को देखकर उसके संपूर्ण व्यक्तित्व के विषय में अनुमान लगा लिया जाता है ठीक उसी प्रकार शीर्षक को पढ़कर श्रोता पूरे समाचार के भाव के विषय में अनुमान लगा सकता है | यही कारण है कि पाठक शीर्षक को पढ़कर भाँप जाता है कि यह समाचार उसकी रुचि, आवश्यकता आदि के अनुरूप है या नहीं |

शीर्षक समाचार पत्र की विचारधारा , नीति और परंपरा को भी स्पष्ट करता है | कुछ समाचार पत्र साधारण लेख को भी सनसनीखेज शीर्षक देते हैं ताकि पाठकों को आकर्षित किया जा सके लेकिन उनकी यह घटिया नीति जल्दी ही पाठकों का विश्वास खो देती है |

शीर्षक-लेखन के लिए आवश्यक बातें / आवश्यक तत्त्व या विशेषताएँ

शीर्षक-लेखन अपने आप में एक कला है | समाचार के महत्व के अनुसार शीर्षक का आकार और स्वरूप बदलता रहता है | कुछ समाचार पत्रों के शीर्षक सीधे-सपाट होते हैं तो कुछ के चटपटे और सनसनीखेज | परन्तु एक अच्छा समाचार पत्र मिले-जुले शीर्षक देता है | वह समाचार की प्रकृति और भाव के अनुसार शीर्षक देता है न कि अपनी किसी विशेष विचारधारा के अनुसार |

समाचार के शीर्षक लेखन के लिए निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए —

(1) शीर्षक संरचना में अक्षरों की बनावट महत्वपूर्ण होती है | अक्षरों का रूपांकन ही सर्वप्रथम पाठक का ध्यान आकृष्ट करता है | शीर्षक में अक्षरों का आकार अपेक्षाकृत बड़ा होना चाहिए |

(2) पाठकों को आकर्षित करने के लिए आज समाचार पत्र और पत्रिकाएं साज-सज्जा के साथ प्रस्तुत की जाती हैं | अतः शीर्षक को आकर्षक बनाने के लिए कई रंगों का प्रयोग किया जा सकता है |

(3) शीर्षक में शब्दों के स्थान का निर्धारण भी एक महत्वपूर्ण तत्व है | शीर्षक संरचना में शब्दों का निर्धारण अनेक ढंग से होता है और यह प्राय: समाचार के भाव के अनुरूप बदलता रहता है |

(4) शीर्षक प्रायः छोटा होना चाहिए लेकिन अर्थाभिव्यक्ति की दृष्टि से अधूरा नहीं होना चाहिए | शीर्षक प्रायः एक वाक्य या वाक्यांश के रूप में होना चाहिए | क्रिया पद न हो तो अच्छा है लेकिन अगर हो तो उसे बीच में रखा जाना चाहिए |

(5) शीर्षक आकर्षक और जिज्ञासापरक होना चाहिए परंतु उसे जानबूझकर सनसनीखेज नहीं बनाना चाहिए |

(6) शीर्षक द्वि-अर्थी, पक्षपातपूर्ण, अभद्र व अश्लील नहीं होना चाहिए |

(7) मुहावरों के प्रयोग से शीर्षक को आकर्षक बनाया जा सकता है |

(8) बड़े समाचारों को अधिक स्पष्ट करने के लिए उपशीर्षकों का प्रयोग करना चाहिए |

शीर्षक-लेखन का महत्त्व ( Shirshak Lekhan Ka Mahatva )

◾️ शीर्षक समाचार के मूल भाव को प्रकट करना |

◾️ शीर्षक समाचार का दर्पण होता है जिसमें पाठक पूरे समाचार का प्रतिबिंब निहार सकता है |

◾️ पाठक अपनी रूचि के अनुसार समाचारों का चयन कर सकता है |

◾️ शीर्षक समाचार पत्र को आकर्षक बनाते हैं |

◾️ शीर्षक समाचार पत्र की विचारधारा के परिचायक होते हैं |

वस्तुतः शीर्षक समाचार पत्र के विभिन्न समाचारों को एक दूसरे से पृथक करते हैं, अपने आकार और बनावट के कारण समाचारों के महत्व को दर्शाते हैं और समाचार पत्र की साज-सज्जा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं | इसके साथ-साथ शीर्षक पाठकों को अपनी रूचि के अनुसार समाचारों का चयन करने का विकल्प प्रदान करते हैं | यही कारण है कि शीर्षक समाचार पत्रों का एक अभिन्न अंग बन गए हैं जो समाचारों को व्यवस्थित रुप प्रदान करते हैं |

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