पर्वत, पठार, मैदान आदि पृथ्वी के प्रमुख स्थल रूप हैं जिनका निर्माण भूमि अपरदन, निक्षेपण आदि का परिणाम है |
◼️ पृथ्वी की सतह के टूटकर घिस जाने को अपरदन
( Erosion ) कहते हैं |
◼️ अपरदन ( Erosion ) की क्रिया के द्वारा भूमि नीची हो जाती है तथा निक्षेपण ( Deposition ) की प्रक्रिया के द्वारा इनका फिर से निर्माण होता है | यह दोनों प्रक्रियाएं बहते हुए जल, वायु तथा बर्फ के द्वारा होती हैं |
⚫️ लगभग 600 मीटर से अधिक ऊंचाई एवं खड़ी ढाल वाली पहाड़ी को पर्वत कहा जाता है |
🔹 जैसे-जैसे आप ऊंचाई पर जाते हैं जलवायु ठंडी होती जाती है |
🔹 कुछ पर्वतों पर हमेशा जमी रहने वाली बर्फ की नदियां होती हैं, उन्हें हिमानी ( Glacier ) कहा जाता है |
🔹 जब पर्वत एक रेखा के क्रम में व्यवस्थित हो जाते हैं, उसे पर्वत-श्रृंखला ( Mountain Range ) कहते हैं |
🔹 पर्वत तीन प्रकार के होते हैं –
(1) वलित पर्वत (Folded Mountain )
(2) भ्रंषोत्थ पर्वत ( Fault-Block Mountain )
(3) ज्वालामुखी पर्वत ( Volcanic Mountain ) |
🔹 हिमालय तथा एल्पस ( यूरोप ) वलित पर्वत हैं |
🔹 अरावली पर्वत श्रृंखला ( Aravalli Mountain Range ) विश्व की सबसे पुरानी वलित पर्वत श्रृंखला है |
🔹 उत्तरी अमेरिका के अप्लेशियन तथा रूस के यूराल पर्वत भी पुराने वलित पर्वत हैं |
🔹 यूरोप की राइन घाटी तथा वॉस्जेस पर्वत ( Vosges, France ) भ्रंषोत्थ पर्वत ( Fault-Block Mountain ) के उदाहरण हैं |
🔹 ज्वालामुखी पर्वत ज्वालामुखी क्रियाओं के कारण बनते हैं | अफ्रीका का माउंट किलिमंजारो ( Mount Kilimanjaro, Tanzania ) तथा जापान का फ्यूजीयामा ( Fujiyama Mountain ) इस तरह के पर्वतों के उदाहरण हैं |
🔹 प्रशांत महासागर ( Pacific Ocean ) में स्थित मोनाकी ( Mauna Kea) (हवाई द्वीप ) सागर की सतह से नीचे स्थित है | इसकी ऊंचाई 10205 मीटर है जो एवरेस्ट ( Everest ) से भी अधिक है |
⚫️ पठार ( Plateau ) उठी हुई एवं सपाट भूमि होती है | यह आसपास के क्षेत्रों से अधिक उठा हुआ होता है तथा इसका ऊपरी भाग मेज के समान सपाट होता है |
🔹 तिब्बत का पठार विश्व का सबसे ऊंचा पठार है जिसकी ऊंचाई समुद्र तल से 4000 से 6000 मीटर तक है |
🔹अफ्रीका का पठार सोना व हीरों की खान के लिए प्रसिद्ध है |
🔹भारत में छोटा नागपुर का पठार ( Chhota Nagpur Ka Pathar ) लोहा, कोयला और मैंगनीज के भंडारों के लिए प्रसिद्ध है |
🔹छोटा नागपुर के पठार पर स्वर्णरेखा नदी पर हुंडरू जलप्रपात हैं तथा जोग ( शरावती नदी ) जलप्रपात कर्नाटक में है |
⚫️ मैदान समतल भूमि के बहुत बड़े भाग होते हैं | इनकी ऊंचाई समुद्र तल से 200 मीटर से अधिक नहीं हो सकती |
🔹 मैदान सामान्यतः उपजाऊ होते हैं | यहां परिवहन के साधनों का विकास करना आसान होता है इसलिए इनका जनसंख्या घनत्व अधिक होता है |
🔹भारत में गंगा-ब्रह्मपुत्र नदी का मैदान तथा चीन में यांगत्से नदी ( Yangtze River or Yangzi River ) का मैदान इसके प्रमुख उदाहरण हैं |
🔹यांगत्से नदी ( लगभग 6300 किलोमीटर ) एशिया की सबसे लम्बी नदी है |
यह भी देखें
भारतीय कृषि : प्रमुख कारक, हरित क्रांति व प्रमुख कृषि ऋतुएँ
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