( यहाँ यू जी सी नेट – हिंदी ( जून – 2006) के प्रश्न-पत्र को व्याख्या सहित हल किया गया है ताकि विद्यार्थियों को सम्पूर्ण जानकारी मिल सके | )
प्रश्न – 1. खड़ी बोली का प्रयोग सबसे पहले किस पुस्तक में हुआ?
(A) सुखसागर
(B) भक्ति सागर
(C) काव्य सागर
(D) प्रेमसागर
उत्तर — खड़ी बोली का व्यवस्थित प्रयोग सर्वप्रथम लल्लू लाल द्वारा रचित ‘प्रेमसागर’ में मिलता है | इसका प्रकाशन 1810 ईस्वी ( कलकत्ता ) में हुआ |
प्रश्न – 2. भारतीय भाषाओं को भारतीय संविधान की किस अनुसूची में शामिल किया गया है ?
(A) अष्टम
(B) सप्तम
(C) नवम्
(D) दशम
उत्तर — संविधान की आठवीं अनुसूची में हिंदी सहित 22 भारतीय भाषाओं को शामिल किया गया है | यह भाषाएं हैं — असमिया, उड़िया, उर्दू, कन्नड़, कश्मीरी, कोंकणी, गुजराती, डोगरी, तमिल, तेलुगू, नेपाली, पंजाबी, बांग्ला, बोड़ो, मणिपुरी, मराठी, मलयालम, मैथिली, संथाली, संस्कृत, सिंधी तथा हिंदी |
प्रश्न – 3. पुष्टि मार्ग का आधार ग्रन्थ कौनसा है ?
(A) भगवद्गीता
(B) महाभारत
(C) श्रीमद्भागवत
(D) रामायण
उत्तर — पुष्टिमार्ग का आधार ग्रंथ श्रीमद्भागवत है | पुष्टीमार्ग वैष्णव संप्रदायों में से एक प्रसिद्ध संप्रदाय है | वल्लभाचार्य ने अपने शुद्धाद्वैतवाद के आधार पर इस मत का प्रतिपादन किया |
प्रश्न – 4. हिन्दी साहित्य के आदिकाल का ‘अभिनव जयदेव’ किसे कहा जाता है?
(A) चन्दबरदाई
(B) विद्यापति
(C) पुष्पदंत
(D) जगनिक
उत्तर — मैथिल कोकिल के नाम से विख्यात विद्यापति को आदिकाल का अभिनव जयदेव कहा जाता है | पदावली उनकी सर्वप्रमुख रचना है | इसके अतिरिक्त कीर्तिलता तथा कीर्तिपताका भी उनकी प्रमुख रचनाएं हैं | पदावली मैथिली भाषा में तथा कीर्तिलता व कीर्तिपताका अवहट्ठ भाषा में रचित हैं |
प्रश्न 5. ‘चक्र’ का ‘चक्का’ हो जाना किस ध्वनि प्रवृत्ति का उदाहरण है?
(A) विषमीकरण
(B) समीकरण
(C) विपर्यय
(D) आगम
उत्तर — समीकरण |
प्रश्न – 6. ग्रिम नियम किस भाषा की ध्वनियों से सम्बन्धित है?
(A) जर्मन
(B) फ्रेंच
(C) रूसी
(D) हिंदी
उत्तर — ग्रीन नियम का संबंध है जर्मन भाषा से है |
प्रश्न 7. कृष्ण गीतावली किसकी रचना है ?
(A) मीराबाई
(B) रसखान
(C) सूरदास
(D) तुलसीदास
उत्तर — ‘कृष्ण गीतावली’ तुलसीदास की रचना है जो ब्रज भाषा में रचित कृष्ण काव्य है |
प्रश्न – 8. “आवत जात पनहियाँ टूटी बिसरि गयो हरि नाम ।” यह पंक्ति किस कवि की है ?
(A) चतुर्भुजदास
(B) सूरदास
(C) कुंभनदास
(D) नंददास
उत्तर — यह पंक्ति अष्टछाप के प्रसिद्ध कवि कुंभनदास जी की है | माना जाता है कि एक बार मुगल सम्राट अकबर ने उन्हें फतेहपुर सीकरी बुलाया जहां उनका खूब आदर-सत्कार किया गया और उन्हें दरबार में उच्च पद की पेशकश भी की गई परंतु उन्होंने उसे अस्वीकार कर दिया | प्रस्तुत पंक्ति उसी घटना को व्यंजित करती है |
प्रश्न – 9. “कुंदन को रंग फीको लगै, झलकै अति अंगनि चारु गोराई ।” यह पंक्ति किस कवि की है ?
(A) भूषण
(B) बिहारी
(C) देव
(D) मतिराम
उत्तर — यह पंक्ति रीतिबद्ध काव्य धारा के प्रमुख कवि मतिराम जी की है |
प्रश्न – 10. “तंत्रीनाद कवित्त रस सरस राग रति रंग, अनबूड़े बूड़े
तिरे जे बूड़े सब अंग।” इस दोहे में कौन सा अलंकार है?
(A) उपमा
(B) विरोधाभास
(C) दृष्टान्त
(D) रूपक
उत्तर — यह पंक्ति रीतिसिद्ध कवि बिहारीलाल की है | इसमें विरोधाभास अलंकार है |
प्रश्न – 11. ‘हिम किरीटिनी’ किसकी रचना है ?
(A) माखनलाल चतुर्वेदी
(B) हरिऔध
(C) बालकृष्ण शर्मा ‘नवीन’
(D) सोहनलाल द्विवेदी
उत्तर — ‘हिमकिरीटनी’ राष्ट्रकवि माखनलाल चतुर्वेदी का काव्य संग्रह है जिसे सन 1955 में सबसे पहला साहित्य अकादमी पुरस्कार प्राप्त हुआ |
प्रश्न – 12. ‘कछुआ धर्म’ किस विधा की रचना है ?
(A) संस्मरण
(B) रेखाचित्र
(C) निबंध
(D) कहानी
उत्तर — ‘कछुआ धर्म’ चंद्रधर शर्मा गुलेरी द्वारा रचित एक व्यंग्यात्मक निबंध है |
प्रश्न – 13. “ऐ लड़की’ किसकी रचना है ?
(A) मैत्रेयी पुष्पा
(B) मन्नू भंडारी
(C) ममता कालिया
(D) कृष्णा सोबती
उत्तर — ‘ऐ लड़की’ कृष्णा सोबती द्वारा रचित एक लंबी कहानी है जिसमें मृत्यु के निकट पहुंच चुकी एक वृद्धा के पूरे जीवन को फ्लैशबैक के रूप में दिखाया गया है |
प्रश्न – 14. ‘चाकलेट’ किसकी रचना है ?
(A) चतुरसेन शास्त्री
(B) पाण्डेय बेचन शर्मा ‘उग्र’
(C) ऋषभचरण जैन
(D) इलाचन्द्र जोशी
उत्तर — ‘चाकलेट’ पांडेय बेचन शर्मा ‘उग्र’ द्वारा रचित लघु कहानी संग्रह है जो 1927 ईस्वी में प्रकाशित हुआ |
प्रश्न – 15. ‘शकुन्तला की अंगूठी’ के नाटककार हैं ?
(A) सुरेन्द्र वर्मा
(B) रमेश वक्षी
(C) प्रभाकर श्रोत्रिय
(D) शंकर शेष
उत्तर — प्रभाकर श्रोत्रिय |
प्रश्न – 16. ‘आह ! वेदना मिली विदाई’ किस नाटक के गीत की पंक्ति है?
(A) अजातशत्रु
(B) चन्द्रगुप्त
(C) स्कन्दगुप्त
(D) ध्रुवस्वामिनी
उत्तर — उपर्युक्त सभी नाटक जयशंकर प्रसाद द्वारा रचित है | प्रस्तुत पंक्ति स्कंदगुप्त नाटक से अवतरित है |
प्रश्न – 17. ‘सारिका’ पत्रिका का सम्पादन इनमें से किसने नहीं किया?
(A) चन्द्रगुप्त विद्यालंकार
(B) मोहन राकेश
(C) राजेन्द्र यादव
(D) कमलेश्वर
उत्तर — राजेंद्र यादव |
प्रश्न – 18. ‘महात्मा गांधी अन्तर्राष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय’ का मुख्यालय कहाँ स्थित है?
(A) लखनऊ
(B) पुणे
(C) दिल्ली
(D) वर्धा
उत्तर — वर्धा ( महाराष्ट्र )
प्रश्न – 19. “काव्यानुभूति की जटिलता चित्तवृत्तियों की संख्या पर निर्भर नहीं, बल्कि संवादी-विसंवादी वृत्तियों के द्वन्द्व पर आधारित है.” यह कथन किसका है ?
(A) रामचन्द्र शुक्ल
(B) नामवर सिंह
(C) नन्ददुलारे वाजपेयी
(D) हजारी प्रसाद द्विवेदी
उत्तर — आचार्य रामचंद्र शुक्ल |
प्रश्न – 20. लॉनजाइनस के अनुसार उदात्त का प्रमुख स्रोत क्या है?
(A) विचार
(B) प्रकृति
(C) भावप्रवणता
(D) अलंकार योजना
उत्तर — विचार |
निर्देश-(प्रश्न 21 से 25 तक) नीचे दी गई स्थापनाओं और तर्कों को ध्यानपूर्वक पढ़कर बहुविकल्पीय उत्तरों में से सही उत्तर का चयन करें —
प्रश्न – 21. स्थापना (A) : साहित्य की साधना निरिवल विश्व के साथ एकत्व अनुभव करने की साधना है |
तर्क (R) : साहित्य विश्वबन्धुत्व की भावना को पुष्ट करता है |
(A) (A) और (R) दोनों गलत
(B) (A) सही और (R) गलत
(C) (A) और (R) दोनों सही
(D) (A) सही और (R) गलत
उत्तर — (A ) और (R) दोनों सही हैं |
प्रश्न – 22. स्थापना (A): संत न छांडे संतई, कोटिक मिले असंत चन्दन विष व्यापत नहीं लपटै रहत भुजंग |
तर्क ( R ) : दुष्टों की संगति में संतों का स्वभाव बदल जाता है |
(A) (A) सही और (R) गलत
(B) (A) गलत और (R) सही
(C) (A) और (R) दोनों गलत
(D) (R) और (A) दोनों सही
उत्तर — (A) सही है परन्तु (R) गलत है |
प्रश्न – 23. स्थापना (A) : अंग्रेजी पढ़ि के जदपि सद् गुन होत
प्रवीन पै निज भाषा ज्ञान बिन रहत हीन को हीन |
तर्क (R) : अंग्रेजी भाषा पढ़कर सभी लोग सम्मानित होते हैं |
(A) (A) और (R) दोनों सही
(B) (A) और (R) दोनों गलत
(C) (A) गलत और (R) सही
(D) (A) सही और (R) गलत
उत्तर — (A) सही है परन्तु (R) गलत है |
प्रश्न – 24. स्थापना (A) : भाषा संस्कृति की संवाहक होती है |
तर्क (R) : भाषा के बिना संस्कृति की कल्पना सम्भव नहीं है |
(A) (A) सही और (R) गलत
(B) (A) गलत और (R) सही
(C) (A) और (R) दोनों गलत
(D) (A) और (R) दोनों सही
उत्तर — (A ) और (R) दोनों सही हैं |
प्रश्न – 25. स्थापना (A) : “दलित की पीड़ा को दलित लेखक ही अभिव्यक्त कर सकता है.”
तर्क ( R) : ‘सहानुभूति, स्वानुभूति के स्तर तक नहीं पहुँच सकती है |’
(A) (A) गलत और (R) सही
(B) (A) सही और (R) गलत
(C) (A) और (R) दोनों सही
(D) (A) और (R) दोनों गलत
उत्तर — (A ) और (R) दोनों सही हैं |
प्रश्न – 26. कालक्रम की दृष्टि से सही अनुक्रम क्या है ?
(A) मतवाला, कल्पना, सारिका, पहल
(B) कल्पना, मतवाला, सारिका, पहल
(C) सारिका, मतवाला, पहल, कल्पना
(D) पहल, कल्पना, सारिका, मतवाला
उत्तर — (A) मतवाला, कल्पना, सारिका, पहल
प्रश्न – 27. प्रकाशनकाल की दृष्टि से कौनसा अनुक्रम सही है ?
(A) त्यागपत्र, सुखदा, परख, सुनीता (B) परख, सुनीता, त्यागपत्र, सुखदा (C) सुनीता, परख, त्यागपत्र, सुखदा
(D) सुखदा, सुनीता, त्यागपत्र, परख
उत्तर — (B) परख, सुनीता, त्यागपत्र, सुखदा
प्रश्न – 28. हिन्दी साहित्य के इतिहास लेखकों का कालक्रमानुसार
(A) हजारीप्रसाद द्विवेदी, मित्रबन्धु, रामचन्द्र शुक्ल, रामकुमार वर्मा
(B) रामकुमार वर्मा, रामचन्द्र शुक्ल, मिश्रबन्धु, हजारीप्रसाद द्विवेदी
(C) रामचन्द्र शुक्ल, मिश्रवन्यु, हजारीप्रसाद द्विवेदी, रामकुमार वर्मा
(D) मिश्रबन्धु, रामचन्द्र शुक्ल, रामकुमार वर्मा, हजारीप्रसाद द्विवेदी
उत्तर — (D) मिश्रबन्धु, रामचन्द्र शुक्ल, रामकुमार वर्मा, हजारीप्रसाद द्विवेदी
प्रश्न – 29. कालक्रम की दृष्टि से निम्नलिखित नाटकों का सही अनुक्रम क्या है?
(A) संयोगिता स्वयंवर, चन्द्रगुप्त, सिन्दूर की होली, कोणार्क
(B) चन्द्रगुप्त, संयोगिता स्वयंवर, कोणार्क, सिन्दूर की होली
(C) सिन्दूर की होली, संयोगिता स्वयंवर, चन्द्रगुप्त, कोणार्क
(D) कोणार्क, चन्द्रगुप्त, संयोगिता स्वयंवर, सिन्दूर की होली
उत्तर — (A) संयोगिता स्वयंवर ( लाला श्रीनिवास दास ), चन्द्रगुप्त ( जयशंकर प्रसाद ) , सिन्दूर की होली ( लक्ष्मीनारायण लाल ) , कोणार्क ( जगदीशचन्द्र माथुर )
प्रश्न – 30. कालक्रम की दृष्टि से निम्नलिखित कहानियों का सही अनुक्रम क्या है?
(A) यही सच है, रोज, उसने कहा था, कफन
(B) रोज, कफन, यही सच है, उसने कहा था
(C) उसने कहा था, कफन, रोज, यही सच है
(D) कफन, उसने कहा था, यही सच है, रोज
उत्तर — (C) उसने कहा था ( चंद्रधर शर्मा गुलेरी ), कफन ( प्रेमचंद ), रोज ( अज्ञेय ), यही सच है ( मन्नू भंडारी )
प्रश्न – 31. कालक्रम की दृष्टि से आत्मकथा के निम्नलिखित खण्डों का सही अनुक्रम क्या है?
(A) बसेरे से दूर, नीड़ का निर्माण फिर, दशद्वार से सोपान तक, क्या भूलूं क्या याद करूँ
(B) क्या भूलूं क्या याद करू, नीड़ का निर्माण फिर, बसेरे से दूर, दशद्वार से सोपान तक
(C) नीड़ का निर्माण फिर, बसेरे से दूर, दशद्वार से सोपान तक, क्या भूलूं क्या याद कर
(D) दशद्वार से सोपान तक, क्या भूलूं क्या याद करू, बसेरे से दूर, नीड़ का निर्माण फिर
उत्तर — (B) क्या भूलूं क्या याद करू, नीड़ का निर्माण फिर, बसेरे से दूर, दशद्वार से सोपान तक
प्रश्न – 32. निम्नलिखित काव्यकृतियों का सही अनुक्रम क्या है ?
(A) अनामिका, पल्लव, भारत भारती, दीपशिखा (B) दीपशिखा, अनामिका, पल्लव, भारत भारती (C) पल्लव, अनामिका, भारत भारती, दीपशिखा
(D) भारत भारती, पल्लव, अनामिका, दीपशिखा
उत्तर — (D) भारत भारती, पल्लव, अनामिका, दीपशिखा
प्रश्न – 33. निम्नलिखित ग्रन्थों का सही अनुक्रम क्या है ?
(A) हिन्दी नवरत्न,देव और विहारी, बिहारी और देव, बिहारी का नया मूल्यांकन
(B) देव और बिहारी, हिन्दी नवरत्न, बिहारी का नया मूल्यांकन, बिहारी और देव
(C) बिहारी और देव, देव और बिहारी, बिहारी का नया मूल्यांकन, हिन्दी नवरत्न
(D) बिहारी का नया मूल्यांकन, बिहारी और देव, हिन्दी नवरत्न, देव और बिहारी
उत्तर — (A) हिन्दी नवरत्न,देव और विहारी, बिहारी और देव, बिहारी का नया मूल्यांकन
प्रश्न – 34. निम्नलिखित काव्यशास्त्रीय ग्रन्थों का सही अनुक्रम क्या है?
(A) रसगंगाधर, काव्यालंकार सूत्र, ध्वन्यालोक, काव्यालंकार
(B) काव्यालंकार, काव्यालंकार सूत्र, ध्वन्यालोक, रसगंगाधर
(C) काव्यालंकार सूत्र, रसगंगाधर, काव्यालंकार, ध्वन्यालोक
(D) ध्वन्यालोक, काव्यालंकार सूत्र, रसगंगाधर, काव्यालंकार
उत्तर — (B) काव्यालंकार ( भामह ), काव्यालंकार सूत्र ( वामन ), ध्वन्यालोक ( आनन्दवर्धन ) , रसगंगाधर ( जगन्नाथ )
प्रश्न – 35. निम्नलिखित ग्रन्थों का सही अनुक्रम क्या है ?
(A) नयी कविता के प्रतिमान, कामायनीः एक पुनर्विचार कविता के नये प्रतिमान, छायावाद का पतन
(B) कविता के नये प्रतिमान, नयी कविता के प्रतिमान, छायावाद का पतन, कामायनीः एक पुनर्विचार
(C) छायावाद का पतन, कामायनीः एक पुनर्विचार, नयी कविता के प्रतिमान, कविता के नये प्रतिमान
(D) कामायनीः एक पुनर्विचार, छायावाद का पतन, कविता के नये प्रतिमान, नयी कविता के प्रतिमान
उत्तर — (D) कामायनीः एक पुनर्विचार, छायावाद का पतन, कविता के नये प्रतिमान, नयी कविता के प्रतिमान
प्रश्न – 36. कौनसा युग्म संगत है ?
(A) दुःखवा मैं कासे कहूँ मोरी सजनी-‘उग्र’
(B) ‘ताई’-सुदर्शन
(C) ‘ग्यारह वर्ष का समय’-जयशंकर प्रसाद
(D) ‘रानी केतकी की कहानी’-इंशा अल्ला खाँ
उत्तर — (D) ‘रानी केतकी की कहानी’-इंशा अल्ला खाँ
प्रश्न – 37. इन उपन्यासों को उनके लेखकों के साथ सुमेलित कीजिए —
उपन्यास
(a) दिल्ली का दलाल
(b) गुनाहों का देवता
(c) अन्तराल
(d) भूले बिसरे चित्र
लेखक
(1) मोहन राकेश (2) भगवती प्रसाद वाजपेयी (3) भगवती चरण वर्मा (4) पांडेय बेचैन शर्मा ‘उग्र’ (5) धर्मवीर भारती
उत्तर — दिल्ली का दलाल – पांडेय बेचन शर्मा ‘उग्र’, गुनाहों का देवता – धर्मवीर भारती, अंतराल – मोहन राकेश, भूले बिसरे चित्र – भगवतीचरण वर्मा |
प्रश्न – 38. निम्नलिखित काव्य पंक्तियों को उनके रचनाकारों के साथ सुमेलित कीजिए –
काव्य पंक्तियाँ
(a) धूप-सा तन दीप सी मैं
(b) मधुपगुनगुना कर कह जाता
(c) स्नेह निर्झर बह गया है
(d) हाय! मृत्यु का ऐसा अमर अपार्थिवपूजन
रचनाकार
(1) निराला (2) पंत (3) नरेंद्र शर्मा (4) महादेवी (5) प्रसाद
उत्तर —
धूप-सा तन दीप सी मैं — महादेवी वर्मा
मधुपगुनगुना कर कह जाता — जयशंकर प्रसाद
स्नेह निर्झर बह गया है — सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’
हाय! मृत्यु का ऐसा अमर अपार्थिवपूजन — सुमित्रानंदन पंत
प्रश्न – 39. निम्नलिखित पत्रिकाओं को उनके सम्पादकों के साथ सुमेलित कीजिए –
पत्रिकाएँ
(a) बाला बोधिनी
(b) हंस
(c) प्रतीक
(d) कल्पना
सम्पादक
(1) प्रेमचन्द (2) हरिशंकर परसाई (3) भारतेन्दु हरिश्चन्द्र (4) अज्ञेय (5) बदरी विशाल पित्ती
उत्तर —
बाला बोधिनी — भारतेंदु हरिश्चंद्र
हंस — प्रेमचंद
प्रतीक — अज्ञेय
कल्पना — बदरी विशाल पित्ती
प्रश्न – 40. सुमेलित कीजिए –
रचनाएँ
(a) मृगावती
(b) मधुमालती (c) आखिरी कलाम
(d) अनुराग बाँसुरी
रचनाकार
(1) शेख नबी (2) जायसी (3) मंझन (4) कुतुबन (5) नूर मुहम्मद
उत्तर —
(a) मृगावती — कुतुबन
(b) मधुमालती — मंझन
(c) आखिरी कलाम — जायसी
(d) अनुराग बाँसुरी — नूर मुहम्मद
प्रश्न – 41. इन बोलियों को उनके बोली क्षेत्र से सुमेलित कीजिए –
बोली क्षेत्र
(a) बाँगरू (1) अलीगढ़
(b) भोजपुरी (2) मेरठ
(c) कुमायूँनी (3) अल्मोड़ा
(d) खड़ी बोली (4) छपरा
(5) रोहतक
उत्तर —
बाँगरू — रोहतक
भोजपुरी — छपरा
कुमायूंनी — अल्मोड़ा
खड़ी बोली — मेरठ
प्रश्न – 42. इन रचनाओं को उनकी लेखिकाओं के साथ सुमेलित कीजिए —
रचनाएँ
(a) आपका बंटी
(b) पचपन खम्भे लाल दीवारें
(c) आंवा
(d) बेघर
लेखिकाएँ
(1) उषा प्रियंवदा
(2) मन्नू भंडारी
(3) ममता कालिया
(4) चित्रा मुद्गल
(5) कृष्णा सोबती
उत्तर —
आपका बंटी — मन्नू भंडारी
पचपन खम्भे लाल दीवारें — उषा प्रियंवदा
आंवा — चित्रा मुद्गल
बेघर — ममता कालिया
प्रश्न – 43. निम्नलिखित काव्य-पंक्तियों को उनके रचनाकारों के साथ सुमेलित कीजिए —
(a) दोनों ओर प्रेम पलता है
(b) धिक् जीवन जो पाता ही आया विरोध
(c) परहित सरिस धर्म नहिं भाई
(d) बीन भी हूँ मैं तुम्हारी रागिनी भी हूँ
रचनाकार
(1) प्रसाद
(2) तुलसीदास
(3) निराला
(4) मैथिलीशरण गुप्त
(5) महादेवी
उत्तर —
दोनों ओर प्रेम पलता है — मैथिलीशरण गुप्त
धिक् जीवन जो पाता ही आया विरोध — सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’
परहित सरिस धर्म नहिं भाई — तुलसीदास
बीन भी हूँ मैं तुम्हारी रागिनी भी हूँ — महादेवी वर्मा
प्रश्न – 44. सुमेलित कीजिए —
काव्य पंक्तियाँ
(a) शब्दार्थो सहितौ काव्यम्
(b) तद्दोषौः शब्दार्थो सगुणावनलंकृती पुनः क्वापि
(c) रमणीयार्थ प्रतिपादकः शब्द काव्यम्
(d) वाक्यं रसात्मकं काव्यम्
रचनाकार
(1) मम्मट
(2) विश्वनाथ
(3) भामह
(4) आनन्दवर्धन
(5) पंडितराज जगन्नाथ
उत्तर —
शब्दार्थो सहितौ काव्यम् — भामह
तद्दोषौः शब्दार्थो सगुणावनलंकृती पुनः क्वापि — मम्मट
रमणीयार्थ प्रतिपादकः शब्द काव्यम् — जगन्नाथ
वाक्यं रसात्मकं काव्यम् — विश्वनाथ
प्रश्न – 45. सुमेलित कीजिए —
सिद्धांत एवं वाद
(a) विरेचन सिद्धांत
(b) निर्वैयक्तिकता का सिद्धांत
(c) रूपवाद
(d) विखंडनवाद
रचनाकार / प्रवर्त्तक
(1) देरिदा
(2) कॉलरिज
(3) अरस्तु
(4) रूसो
(5) इलियट
उत्तर —
विरेचन सिद्धांत — अरस्तू
निर्वैयक्तिकता का सिद्धांत — इलियट
रूपवाद — रूसो
विखंडनवाद — देरिदा
निर्देश-(प्रश्न 46 से 50 तक) निम्नलिखित गद्य अवतरण को ध्यानपूर्वक पढ़ें और उससे सम्बन्धित प्रश्नों के उत्तरों के दिए गए बहुविकल्पों में से सही विकल्प का चुनाव करें |
श्रद्धा एक सामाजिक भाव है, इससे अपनी श्रद्धा के बदले में हम श्रद्धेय से अपने लिए कोई बात नहीं चाहते | श्रद्धा धारण करते हुए हम अपने को उस समाज में समझते हैं, जिसके किसी अंश पर- चाहे हम व्यष्टि रूप में उसके अन्तर्गत न भी हों जानबूझ कर उसने कोई शुभ प्रभाव डाला | श्रद्धा स्वयं ऐसे कामों के प्रतिकार में होती है, जिनका शुभ प्रभाव अकेले हम पर नहीं, बल्कि सारे मनुष्य समाज पर पड़ सकता है | श्रद्धा एक ऐसी आनन्दपूर्ण कृतज्ञता है जिसे हम केवल समाज के प्रतिनिधि रूप में प्रकट करते हैं | सदाचार पर श्रद्धा और अत्याचार पर क्रोध या घृणा प्रकट करने के लिए समाज ने प्रत्येक व्यक्ति को प्रतिनिधित्व प्रदान कर रखा है | यह काम उसने इतना भारी समझा है कि उसका भार सारे मनुष्यों को बाँट दिया है | दो चार माननीय लोगों के ही सिर पर नहीं छोड़ रखा है | जिस समाज में सदाचार पर श्रद्धा और अत्याचार का क्रोध प्रकट करने के लिए जितने ही अधिक लोग तत्पर पाए जाएंगे, उतना ही वह समाज जाग्रत समझा जाएगा | श्रद्धा की सामाजिक विशेषता एक इसी बात से समझ लीजिए कि जिस पर हम श्रद्धा रखते हैं उस पर चाहते हैं कि और लोग भी श्रद्धा रखें पर जिस पर हमारा प्रेम होता है उससे और दस पाँच आदमी प्रेम रखें इसकी हमें परवाह क्या, इच्छा ही नहीं होती, क्योंकि हम प्रिय पर लोभवश एक प्रकार का अनन्य अधिकार या इजारा चाहते हैं | श्रद्धालु अपने भाव में संसार को भी सम्मिलित करना चाहता है, पर प्रेमी नहीं |
प्रश्न – 46. उपर्युक्त गद्य अवतरण का शीर्षक हो सकता है ?
(A) श्रद्धा और परोपकार
(B) श्रद्धा एक व्यक्तिगत भाव
(C) श्रद्धा का स्वरूप
(D) श्रद्धा और स्वार्थ
उत्तर — (C) श्रद्धा का स्वरूप
प्रश्न – 47. श्रद्धा और प्रेम में क्या अन्तर है?
(A) श्रद्धा सामाजिक है और प्रेम व्यक्तिगत है
(B) श्रद्धा के मूल में व्यक्तिगत कारण होते हैं
(C) प्रेम में दुनियादारी का भाव होता है
(D) प्रेम और श्रद्धा का एक ही धरातल होता है
उत्तर — (A) श्रद्धा सामाजिक है और प्रेम व्यक्तिगत है
प्रश्न – 48. श्रद्धा एक आनन्दपूर्ण कृतज्ञता है, क्योंकि –
(A) इससे हमारा स्वार्थ सिद्ध होता है
(B) इससे श्रद्धेय की भलाई होती है
(C) हम व्यक्तिगत रूप से श्रद्धा प्रकट करते हैं
(D) हम समाज के प्रतिनिधि के रूप में इसे प्रकट करते हैं |
उत्तर — (D) हम समाज के प्रतिनिधि के रूप में इसे प्रकट करते हैं |
प्रश्न – 49. उपर्युक्त गद्यांश का निष्कर्ष है —
(A) श्रद्धा एक वैयक्तिक भाव है
(B) श्रद्धा एक सामाजिक भाव है
(C) श्रद्धा से श्रद्धाकर्ता का महत्व बढ़ता
(D) श्रद्धा भाव केवल श्रद्धालु तक सीमित है
उत्तर — (B) श्रद्धा एक सामाजिक भाव है
प्रश्न – 50. जाग्रत समाज का क्या लक्षण है?
(A) केवल सदाचार पर श्रद्धा करना
(B) केवल अत्याचार पर श्रद्धा करना
(C) सदाचार और अत्याचार पर उदासीन रहना
(D) सदाचार पर श्रद्धा और अत्याचार पर क्रोध करना
उत्तर — (D) सदाचार पर श्रद्धा और अत्याचार पर क्रोध करना
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