पर्यायवाची शब्द वे शब्द होते हैं जो प्राय: एक ही अर्थ को व्यक्त करते हैं और एक दूसरे के स्थान पर प्रयोग किया जा सकते हैं परंतु उनके अर्थ में कुछ सूक्ष्म भिन्नता हो सकती है ; जैसे — स्त्री — महिला, अबला, ललना | पर्यायवाची शब्दों को समानार्थक शब्द भी कहते हैं |
पर्यायवाची शब्द
अमृत : सुधा, पीयूष, अमिय, सोम, अमी |
अंधकार : तम, तिमिर, अँधेरा, अँधियारा |
अकाल : सूखा, दुर्भिक्ष |
अंधा : नेत्रहीन, चक्षुहीन, दृष्टिहीन |
अहंकार : दर्प, दम्भ, अभिमान, घमण्ड, गर्व, मद |
अनुपम : अनूप, अपूर्व, अतुल, अनोखा, अद्भुत, अनन्य, अद्वितीय, बेजोड़, अनूठा |
असुर : दैत्य, दानव, राक्षस, निशाचर, रजनीचर, दनुज |
अधिकार : हक, स्वामित्व, स्वत्व, आधिपत्य |
अचल : अटल, अडिग, अविचल, स्थिर, दृढ़।
अनुमान : अटकल, कयास।
अनादर : अपमान, अवमानना, निरादर, तिरस्कार।
अभिजात : संभ्रान्त, कुलीन, श्रेष्ठ |
आशय : अभिप्राय, तात्पर्य, अर्थ |
अरण्य : जंगल, अटवी, विपिन, कानन, वन |
अजेय : अपराजेय, अपराजित, अजित।
अन्य : पर, भिन्न, पृथक, और, दूसरा, अलग।
अनुचर : भृत्य, किँकर, दास, परिचारक, सेवक।
अनार : शुकप्रिय, रामबीज, दाड़िम।
अंबर : आकाश, नभ, व्योम, गगन, अनंत, शून्य |
अर्जुन : पार्थ, धनंजय, सव्यसाची, गाण्डीवधारी।
अक्षर : ब्रह्म, अविनाशी।
अनाज : अन्न, धान्य, खाद्यान्न, शस्य |
अनाथ : नाथहीन, दीन, निराश्रित।
आँख : नेत्र, नयन, चक्षु, दृग, लोचन, अक्षि, विलोचन।
अनुमति : आज्ञा, अनुज्ञा, स्वीकृति।
अप्सरा : देवांगना, सुरांगना, देवकन्या |
अवनति : अपकर्ष, ह्रास, गिराव, उतार, पतन |
अशुद्ध : दूषित, अपवित्र, मलिन।
अस्त : ओझल, गायब, तिरोहित।
आम : आम्र, रसाल, सहकार, अमृतफल, अम्बु |
आँसू : अश्रु, नयनजल, नेत्रनीर, दृगम्बु।
आँधी : तूफान, चक्रवात, झंझावत |
आँगन : अंगना, प्रांगण, बाखर |
अग्नि : आग, अनल, पावक, वह्नि, ज्वाला, हुताशन |
अध्यापक : गुरु, आचार्य, शिक्षक |
आयु : उम्र, वय |
अतिथि : मेहमान, पाहुना, आगंतुक, अभ्यागत |
आनन्द : आमोद, प्रमोद, प्रसन्नता, हर्ष, उल्लास, आह्लाद, मोद | प्रण : प्रतिज्ञा, शपथ |
आभूषण : जेवर, गहना, भूषण, आभरण, अलंकार।
आत्मा : चैतन्य, विभु, जीव, चेतनतत्त्व, अन्तःकरण।
आज्ञा : आदेश, निदेश |
आयुष्मान : चिरायु, दीर्घायु, चिरंजीव।
आदर्श : मानक, प्रतिमान, नमूना |
आदि : प्रथम, आरम्भिक, पहला, अथ।
आपत्ति : विपत्ति, आपदा, संकट, मुसीबत।
आश्रय : अवलंब, सहारा, आधार, प्रश्रय, आसरा।
आश्रम : कुटी, विहार, मठ, संघ, अखाड़ा।
आचरण : व्यवहार, चाल–चलन।
ईश्वर : परमात्मा, प्रभु, ईश, जगदीश, भगवान, परमेश्वर, जगदीश्वर, विधाता, दीनबन्धु, जगन्नाथ |
इन्द्र : महेन्द्र, देवराज, देवेश, सुरपति, शचिपति, पुरन्दर, सुरेन्द्र, सुरेश, देवेन्द्र, मघवा, देवपति, उर्वशीनाथ |
इच्छा : अभिलाषा, आकांक्षा, कामना, चाह, ईप्सा, मनोरथ, स्पृहा, लालसा |
कबूतर : कपोत,परेवा, रक्तलोचन।
ईर्ष्या : जलन, डाह, द्वेष।
ईनाम : उपहार, पुरस्कार, पारितोषिक |
ईमानदारी : सदाशयता, निष्कपटता, कर्तव्यनिष्ठा, सत्यनिष्ठा ।
उपहास : मजाक, खिल्ली, परिहास, मखौल, हास |
उपवन : बाग, बगीचा, उद्यान, वाटिका, फुलवारी, गुलशन।
उत्तम : श्रेष्ठ, उत्कृष्ट, प्रवर, प्रकृष्ट, बेहतरीन |
उत्थान : उत्कर्ष, आरोह, चढ़ाव, प्रगति, उन्नयन।
उदाहरण : दृष्टांत, नमूना।
उपकार : भलाई, नेकी, कल्याण, मदद |
उत्सव : समारोह, पर्व, त्यौहार, जलसा |
उद्देश्य : लक्ष्य, ध्येय, हेतु, प्रयोजन।
उद्यम : साहस, उद्योग, परिश्रम, व्यवसाय |
उपमा : तुलना, मिलान, सादृश्य, समानता।
उदर : पेट, जठर ।
ऊँट : उष्ट्र, क्रमलेक, मरुयान, लम्बोष्ठ, महाग्रीव।
एकान्त : सूना, निर्जन, जनशून्य।
ऐश्वर्य : वैभव, सम्पन्नता, समृद्धि, प्रभुत्व, ठाठ–बाट।
ओझल : गायब, लुप्त, अदृश्य, अंतर्धान |
ओस : तुषार, हिमकण, शबनम |
ओष्ठ : अधर, रदच्छद, लब, होठ, ओँठ।
कमल : नलिन, अरविन्द, उत्पल, राजीव, पद्म, पंकज, नीरज, सरोज, जलज, जलजात, वारिज, शतदल |
कल्पवृक्ष : देवदारु, सुरतरु, मन्दार, पारिजात, कल्पद्रुम, देववृक्ष ।
कवि : कल्पक, सृष्टा, काव्यकार ।
कर्ण : अंगराज, सूतपुत्र, सूर्यपुत्र, राधेय ।
करुणा : दया, अनुग्रह, अनुकंपा, कृपा।
कर्ज : ऋण, उधार, देनदारी, देयता।
कलंक : लांछन, दोष, धब्बा ।
कमर : कटि, श्रोणि, लंक, मध्यांग।
कस्तूरी : मृगनाभि, मृगमद ।
कपड़ा : वस्त्र, चीर, वसन, अंबर, दुकूल, परिधान।
कष्ट : दुःख, दर्द, पीड़ा, मुसीबत, व्यथा, कलेश, विषाद |
कामदेव : अनंग, मदन, मनोज, मन्मथ, रतिपति |
कान : कर्ण, श्रवण, श्रवणेन्द्रिय, श्रुतिपुट श्रुति |
कृष्ण : श्याम, कन्हैया, वासुदेव, मोहन, नंदलाल, मुरलीधर, माधव, मधुसूदन, गिरिधर, गोपाल |
कान्ति : चमक, आभा, प्रभा, द्युति।
किरण : रश्मि, कर, मरीचि, मयूख, अंशु |
किताब : पोथी, ग्रन्थ, पुस्तक |
किनारा : तट, तीर, कूल, पुलिन |
कुबेर : यक्षराज, धनाधिप, धनद, धनपति।
कुत्ता : श्वान, कूकर |
क्रूर : निष्ठुर, निर्मोही, बर्बर, नृशंस, निर्दयी।
क्रोध : गुस्सा, अमर्ष, रोष, कोप |
कृतज्ञ : आभारी, उपकृत, अनुगृहीत, कृतार्थ |
कृषक : किसान, हलवाहा, भूमिसुत, खेतिहर, हलधर |
कलश : घट, घड़ा, गागर, गगरी, मटका, कुंभ |
खून : लहू, रक्त, शोणित |
गरुड़ : खगेश्वर, विष्णुरथ |
गणेश : लम्बोदर, विनायक, एकदन्त, गजानन |
गंगा : जाह्नवी, भागीरथी, देवनदी |
गीदड़ : जम्बुक, सियार |
घर : गेह, गृह, सदन, भवन, निवास |
चाँदनी : चन्द्रिका, ज्योत्स्ना, कौमुदी |
जल : नीर, पानी, वारि अम्बु |
झंडा : ध्वज, ध्वजा, परचम, पताका |
तालाब : सर, सरोवर, तड़ाग़, जलशय |
तरंग : लहर, ऊर्मि |
तारा : तारक, सितारा, नक्षत्र |
तलवार : कृपाण, असि, खड़ग |
दास : अनुचर, सेवक, भृत्य |
दुर्गा : अम्बा, अम्बिका, अंबालिका, चंडिका |
दिन : दिवस, वासर, वार |
दावानल : दावाग्नि, वनहुताशन |
धनुष : धनु, कोदण्ड, चाप |
नदी : सरिता, तटिनी, तरंगिणी |
नाव : नौका, तरिणी |
पति : स्वामी, ईश, भरतार |
पुत्र : आत्मज, बेटा, तनय, सुत |
पुत्री : आत्मजा, बेटी, तनया, सुता |
प्रेम : स्नेह, अनुराग, प्रीति, प्यार |
पाप : अघ, किल्विष |
पार्वती : उमा, गौरी, शिवा, शैलजा |
पत्नी : भार्या, वल्लभा, अर्धांगिनी |
पत्थर : पाषाण, प्रस्तर, शिला |
पहाड़ : पर्वत, गिरि, शैल |
पिता : तात, जनक, पिता, जनक |
पृथ्वी : भू, भूमि, धरा, वसुधा, वसुंधरा, धरती, मही |
पेड़ : तरु, तरुवर, वृक्ष |
पुष्प : फूल, कुसुम, सुमन, पुहुप, प्रसून |
प्रकाश : आलोक, प्रभा, ज्योति, रौशनी |
बाण : तीर, शर |
बिजली : चपला, चंचला, दामिनी |
ब्रह्मा : विधि, विधाता, स्वयंभू, सृष्टिकर्त्ता |
विष्णु : जनार्दन, चक्रपाणि, लक्ष्मीनारायण, लक्ष्मीपति |
विष : गरल, जहर, हलाहल |
वैश्या : गणिका, नगरवधू |
बुद्धि : प्रज्ञा, मनीषा, मति |
बादल : मेघ, जलद, नीरद, वारिद, अभ्र |
वायु : हवा, समीर, अनिल, पवन, मारुत |
मछली : मत्स्य, मीन |
माता : जननी, माँ, मातृ |
मित्र : सखा, सहचर, दोस्त |
मनुष्य : मनुज, मानव, मानुष |
मूर्ख : मूढ़, अज्ञ |
मृत्यु : निधन, देहांत, मरण |
मेढक : मण्डूर, दादुर |
मल्लाह : नाविक, केवट |
मोर : मयूर, शिखी |
यमुना : जमुना, कालिंदी |
राजा : भूप, नृपति, नरपति, नरेश |
लक्ष्मी : पद्मा, कमला, रमा, चंचला |
सोना : स्वर्ण, सुवर्ण, कंचन, कनक |
साँप : सर्प, विषधर, भुजंग |
सरस्वती : शारदा, भारती, वीणावादिनी, वीणापाणि |
सूर्य : रवि, दिनकर, दिनेश, दिवाकर, भास्कर, भानु |
स्त्री : नारी, महिला, वनिता, ललना |
सागर : समुद्र, जलधि, पयोधि, वारिधि |
सिंह : शेर, हरि, केसरी, गजेंद्र, मृगेंद्र |
हवा : वायु, पवन, मारुत, अनिल, समीर |
हाथी : गज, कुंजर, हस्ती |
हनुमान : पवनपुत्र, पवनसुत, मारुति, बजरंगी |
कोष : खजाना, भंडार, निधि |
कौआ : काक, वायस |
जीभ : रसना, जिह्वा |
मुकुट : किरीट, ताज |
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