भाषण से अभिप्राय एक ऐसे मौखिक संप्रेषण (verbal communication) से है, जिसमें कोई व्यक्ति किसी समूह या सभा के सामने अपने विचार, ज्ञान, अनुभव, या जानकारी को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करता है। इसका उद्देश्य लोगों को जागरूक करना, प्रेरित करना, शिक्षित करना या किसी विषय पर अपनी राय व्यक्त करना हो सकता है।
भाषण के प्रकार
प्रेरणादायक भाषण – किसी को प्रेरित करने के लिए।
राजनीतिक भाषण – राजनीतिक विचारों को प्रस्तुत करने के लिए।
शैक्षिक भाषण – ज्ञानवर्धक और सूचनात्मक।
आधिकारिक भाषण – किसी विशेष अवसर पर दिया जाने वाला (जैसे स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री का भाषण)।
अच्छे भाषण की विशेषताएँ
(1) स्पष्ट उद्देश्य (Clear Purpose) – भाषण का उद्देश्य स्पष्ट होना चाहिए, जैसे – प्रेरित करना, शिक्षित करना, जागरूक करना या मनोरंजन करना।
(2) सरल और प्रभावी भाषा (Simple and Effective Language) – भाषा ऐसी होनी चाहिए जो श्रोताओं को आसानी से समझ में आए और उनके दिल को छू सके।
(3) संक्षिप्तता (Conciseness) – भाषण संक्षिप्त और सारगर्भित होना चाहिए ताकि श्रोता ऊब न जाएँ।
(4) स्वाभाविकता (Natural Tone) – भाषण बनावटी नहीं लगना चाहिए, बल्कि यह स्वाभाविक और आत्मविश्वास से भरा होना चाहिए।
(5) श्रोताओं को ध्यान में रखना (Audience Awareness) – भाषण श्रोताओं की रुचि, ज्ञान और स्तर के अनुसार होना चाहिए।
(6) उदाहरण और कहानियाँ (Examples and Stories) – अच्छे भाषण में उदाहरण, प्रेरणादायक कहानियाँ या वास्तविक घटनाएँ शामिल की जाती हैं, जिससे श्रोताओं को विषय बेहतर समझ में आता है।
(7) शारीरिक हाव-भाव (Body Language) – वक्ता का हाव-भाव, आँखों का संपर्क और शरीर की भाषा आत्मविश्वासपूर्ण होनी चाहिए।
(8) ध्वनि का उतार-चढ़ाव (Voice Modulation) – एकरस आवाज़ की बजाय उतार-चढ़ाव और उचित ठहराव (pause) से भाषण को प्रभावी बनाया जा सकता है।
(9) प्रभावशाली निष्कर्ष (Strong Conclusion) – भाषण का अंत प्रेरणादायक, सारगर्भित और यादगार होना चाहिए ताकि श्रोताओं पर गहरी छाप छोड़े।
(10) संवादात्मकता (Interaction) – यदि संभव हो, तो भाषण के दौरान श्रोताओं से संवाद किया जाए या उनकी प्रतिक्रिया ली जाए, जिससे उनकी रुचि बनी रहे।
यह भी देखें :
भाषण : उद्देश्य, तत्त्व व प्रकार