भाषण शब्द संस्कृत की ‘भाष’ धातु से बना है जिसका अर्थ होता है — बोलना या वाणी द्वारा व्यक्त करना | लेकिन सभी लोगों का बोलना भाषण नहीं होता | भाषण आम बोलचाल से भिन्न एक विशेष कला है जिसमें वक्ता लोगों के एक बड़े समूह के समक्ष अपने विचार व्यवस्थित रूप से रखता है |
भाषण का मूल अर्थ वक्तृत्व कला या किसी विषय पर प्रभावशाली ढंग से विचार प्रस्तुत करना है। इसका उद्देश्य श्रोताओं को जानकारी देना, प्रेरित करना, समझाना या किसी मुद्दे पर जागरूक करना होता है।
भाषण के उद्देश्य
भाषण के मुख्य उद्देश्य ( Bhashan Ke uddeshy ) इस प्रकार हो सकते हैं —
(1) सूचना देना (To Inform) – किसी विषय पर जानकारी प्रदान करना, जैसे विज्ञान, इतिहास, या समाज या किसी अन्य विषय से जुड़ी नई बातें समझाना।
(2) मनोरंजन करना (To Entertain) — श्रोताओं को आनंदित करना, हास्य, कहानियाँ, या रोचक किस्सों के माध्यम से उनका मनोरंजन करना।
(3) प्रेरित करना (To Inspire) – किसी को उत्साहित करना, प्रेरित करना, और उनके अंदर नई ऊर्जा जगाना, जैसे नेता या मोटिवेशनल स्पीकर करते हैं।
(4) प्रभावित करना (To Persuade) – लोगों को किसी विचार, दृष्टिकोण, या कार्य को अपनाने के लिए प्रेरित करना, जैसे चुनावी भाषण या विज्ञापन।
(5) समस्या उठाना (To Address an Issue) – किसी सामाजिक, राजनीतिक, या आर्थिक समस्या पर ध्यान आकर्षित करना और उसका समाधान सुझाना।
(6) सम्मान देना (To Honor or Pay Tribute) – किसी व्यक्ति, संस्था, या विचारधारा को श्रद्धांजलि देना, जैसे किसी महापुरुष के योगदान पर भाषण।
(7 ) शिक्षा देना (To Educate) – किसी नए कौशल या ज्ञान को सिखाना, जैसे शिक्षक या विशेषज्ञ के द्वारा दिया गया भाषण।
भाषण के प्रमुख तत्व
भाषण में निम्नलिखित तत्व अपेक्षित हैं ( Bhashan Ke tattv ) : —
(1) विषय (Topic) — भाषण का मुख्य विषय स्पष्ट और केंद्रित होना चाहिए।
(2) शैली (Style) — सरल, प्रभावशाली और भावनात्मक शैली का उपयोग।
(3) वक्ता (Speaker) — वक्ता भाषण का अनिवार्य तत्त्व है | वक्ता आत्मविश्वास से ओतप्रोत होना चाहिए और उसका उच्चारण शुद्ध व स्पष्ट होना चाहिए |
(4) श्रोता (Audience) — भाषण को श्रोताओं की रुचि और आवश्यकताओं के अनुसार प्रस्तुत करना चाहिए।
(5) उद्देश्य (Purpose) — भाषण उद्देश्यपरक होना चाहिए | भाषण का उद्देश्य सूचनात्मक, प्रेरणादायक, तर्कपूर्ण या मनोरंजक हो सकता है।
भाषण के प्रकार
भाषण के मुख्य प्रकार ( Bhashan Ke Prakar ) निम्नलिखित हैं —
(1) औपचारिक भाषण (Formal Speech) — यह किसी विशेष अवसर पर दिया जाता है, जैसे सरकारी समारोह, विद्यालय सभा, या सम्मेलन। उदाहरण : गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रपति का भाषण, प्रधानाचार्य का संबोधन।
(2) अनौपचारिक भाषण (Informal Speech) — यह बिना किसी विशेष तैयारी के दिया जाता है और सामान्य बातचीत जैसा होता है। उदाहरण — दोस्तों के बीच प्रेरणादायक बातें, परिवार के किसी सदस्य को सलाह देना।
(3) प्रेरणादायक भाषण (Motivational Speech) – इस प्रकार का भाषण लोगों को प्रेरित करने और उनमें नई ऊर्जा भरने के लिए दिया जाता है | उदाहरण — किसी नेता या मोटिवेशनल स्पीकर का भाषण।
(4) सूचनात्मक भाषण (Informative Speech) — किसी विषय पर नई जानकारी देने के लिए दिया जाता है। उदाहरण — वैज्ञानिक खोजों पर भाषण, स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारी।
(4) तर्कपूर्ण भाषण — किसी विशेष मुद्दे पर लोगों को अपने पक्ष में करने के लिए दिया जाता है। उदाहरण — चुनाव प्रचार, पर्यावरण संरक्षण पर भाषण।
(5) अवसर विशेष के भाषण (Special Occasion Speech) — यह भाषण किसी विशेष मौके पर दिया जाता है। उदाहरण: पुरस्कार वितरण समारोह, सेवानिवृत्ति भाषण।
(6) राजनीतिक भाषण (Political Speech) — किसी राजनीतिक दल या विचारधारा के लिये समर्थन जुटाने के लिए दिया जाता है। उदाहरण — चुनावी रैलियों में भाषण।
(7) धार्मिक भाषण (Religious Speech) — धर्म और आध्यात्मिकता से जुड़े विषयों पर दिया जाता है। उदाहरण — प्रवचन, सत्संग में दिया गया भाषण।
(8) मनोरंजक भाषण (Entertaining Speech) — श्रोताओं का मनोरंजन करने के लिए दिया जाता है।उदाहरण — हास्य भाषण।
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