हिंदी साहित्य का स्वर्ण युग : भक्तिकाल ( Hindi Sahitya Ka Swarn Yug :Bhaktikal )

      हिन्दी साहित्य का स्वर्ण युग : भक्तिकाल  ‘भक्तिकाल’ की समय सीमा संवत् 1375 से 1700 संवत् तक मानी  जाती है । भक्तिकाल हिंदी साहित्य का सबसे महत्वपूर्ण काल है जिसे इसकी विशेषताओं के कारण इसे स्वर्ण युग कहा जाता है । राजनैतिक, सामाजिक, धार्मिक, दार्शनिक, साहित्यिक एवं सांस्कृतिक दृष्टि से अंतर्विरोधों से परिपूर्ण … Read more

महात्मा गाँधी : असहयोग आंदोलन ( Mahatma Gandhi : Asahyog Aandolan )

         असहयोग आंदोलन : कारण और प्रमुख घटनाएं  ( Asahyog Andolan : Karan और Pramukh Ghatnayen ) प्रथम विश्व युद्ध के पश्चात् महात्मा गाँधी  ने भारतीय राजनीति  में प्रवेश किया | कुछ दिनों के पश्चात् वे कांग्रेस  के अपरिहार्य सदस्य बन गए | महात्मा गाँधी के नेतृत्त्व में कांग्रेस व भारतीय स्वतंत्रता … Read more

शिक्षा मनोविज्ञान प्रश्नोत्तरी -1 ( Shiksha Manovigyan Prashnottari -1)

         शिक्षा-मनोविज्ञान प्रश्नोत्तरी 👉 गेस्टाल्टवाद ( Gestaltvad )  का जन्मदाता किसे माना जाता है?▪️ वर्दीमर ( Wertheimer ) ( जर्मनी )👉 “शिक्षा मनोविज्ञान व्यक्ति की जन्म से लेकर वृद्धावस्था तक के सीखने के अनुभवों का वर्णन तथा व्याख्या करता है |” यह कथन किसका है?▪️ क्रो एंड क्रो👉 पावलव ( Pavlov ) … Read more

मूल्यांकन : अर्थ, परिभाषा, विशेषताएं, आवश्यकता एवं महत्त्व ( Evaluation : Meaning, Definition, Characteristics, Importance )

      मूल्यांकन : अर्थ,  परिभाषा और विशेषताएं (Mulyankan : Arth, Paribhasha Aur Visheshtayen )    ◼️ मूल्यांकन का अर्थ ( Meaning Of Evaluation )  मूल्यांकन अध्यापन-अधिगम प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण अंग है | यह पढ़ाने में अध्यापकों की तथा सीखने में विद्यार्थियों की मदद करता है |मूल्यांकन एक निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है … Read more

अभिप्रेरणा ( Motivation )

          अभिप्रेरणा ( Abhiprerna ) ◼️ अभिप्रेरणा का शिक्षण में महत्वपूर्ण स्थान है इसके महत्व को समझाते हुए कहा गया है – “अभिप्रेरणा शिक्षण का महापथ है | अभिप्रेरणा 50% शिक्षण है “ ऐसा कोई भी कार्य या वस्तु या लक्ष्य जो व्यक्ति को कार्य करने के लिए संचालित कर दे, … Read more

भक्ति आंदोलन : उद्भव एवं विकास ( Bhakti Andolan : Udbhav Evam Vikas )

           भक्ति आंदोलन : उद्भव एवं विकास  ( Bhakti Andolan : Udbhav Evam Vikas )   ईश्वर के प्रति जो परम श्रद्धा, आस्था व प्रेम है – उसे भक्ति    कहते    हैं। नारद भक्ति-सूत्र    के अनुसार –“परमात्मा  के प्रति परम प्रेम को भक्ति कहते हैं |”  भक्ति शब्द की निष्पति … Read more

संवेग ( Emotion )

             संवेग ( Emotion ) ‘संवेग’ को अंग्रेजी भाषा में इमोशन ( Emotion )  कहते हैं | Emotion शब्द की व्युत्पत्ति लैटिन भाषा के ‘इमोवियर’(Emovere) शब्द से हुई है जिसका अर्थ है – भड़क उठना या उत्तेजित होना |▪️ अत: संवेग ( Emotion ) शरीर के उत्तेजित होने वाली क्रिया … Read more

सृजनात्मकता ( Creativity )

       सृजनात्मकता ( Creativity )                                  सृजनात्मकता का अर्थ          ( Meaning of Creativity )  ‘सृजनात्मकता’ को अंग्रेजी भाषा में क्रिएटिविटी ( Creativity ) कहते हैं जो क्रिएटिव ( Creative ) शब्द से बना है, … Read more

आदिकाल : प्रमुख कवि, रचनाएं व नामकरण ( Aadikal ke Pramukh Kavi, Rachnayen Evam Naamkaran )

       आदिकाल की प्रमुख रचनाएं एवं नामकरण  Aadikal ki Pramukh Rachnayen Evam Namkaran  ▪️ सरहपाद ( 769 ईस्वी ) – दोहाकोश▪️ स्वयंभू (आठवीं सदी) –  पउम चरिउ, णयकुमार चरिउ, नागकुमार चरिउ👉 [ पउम चरिउ ( राम कथा)  के कारण स्वयंभू को अपभ्रंश का वाल्मीकि कहा जाता है | ] ▪️ जोइंदु (आठवीं सदी) … Read more

संज्ञान ( Cognition )

            संज्ञान ( Sangyan ) संज्ञान एक ऐसी बौद्धिक या मानसिक अवस्था है जिसमें ज्ञान, अवबोध,  उपयोग एवं मूल्यांकन पक्ष शामिल होते हैं | इसमें स्मरण, प्रत्यक्षण,  चिंतनt भाव आदि क्रियाएं निहित होती हैं |बालक का व्यवहार उसकी संज्ञानात्मक संरचना से सुनिश्चित होता है | इसके पश्चात यह संरचना वातावरण … Read more

सक्रिय / नैमित्तिक अनुबंधन सिद्धांत ( Sakriya Ya Naimittik Anubandhan Siddhant )

सक्रिय या नैमित्तिक अनुबंधन सिद्धांत ( Sakriya Ya Naimittik Anubandhan Siddhant ) सक्रिय अनुबंधन सिद्धांत को नैमित्तिक अनुबंधन सिद्धांत भी कहते हैं | इस अनुबंधन सिद्धांत को क्रिया-प्रसूत अनुबंधन सिद्धांत ही कहा जाता है |                       🔷  अर्थ  🔷             … Read more

शास्त्रीय अनुबंधन सिद्धांत ( Pavlov’s Classical Conditioning Theory )

             शास्त्रीय अनुबंधन अधिगम सिद्धांत   ( Shastriya Anubandhan Siddhant )  अनुबंधन का सिद्धांत ( Conditioning Theory) व्यवहारवाद की देन है |  व्यवहारवादियों ने बताया कि जिस प्रकार का व्यवहार सीखना हो उसी प्रकार का उद्दीपन उस व्यक्ति को दिया जाता है | बार-बार दिया जाने वाला उद्दीपन एक क्रिया … Read more

अंत:दृष्टि या सूझबूझ का सिद्धांत या गेस्टाल्टवाद ( Antahdrishti Ya Sujhbujh Ka Siddhant Ya Gestaltvad )

अंत:दृष्टि या सूझबूझ का सिद्धांत या गैस्टॉटवाद ( Anthdrishti ya Sujhbujh Ka Siddhant Ya Gestalt Theory ) ◼️ गेस्टाल्ट ( Gestalt ) का अर्थ है – समग्र रूप |  इसका अर्थ है कि व्यक्ति किसी वस्तु या अवधारणा को आंशिक रूप से नहीं बल्कि पूर्ण रूप से सीखता है। अतः इसे संपूर्णवाद या  पूर्णाकारवाद की … Read more

प्रयास एवं भूल सिद्धांत ( Thorndike’s Trial and Error Theory )

          प्रयास एवं भूल सिद्धांत      ( Prayas Evam Bhul Siddhant/ Vidhi  ) इस सिद्धांत का प्रतिपादन थार्नडाइक ( Thorndike ) ने किया। उसके अनुसार मानव व जानवरों की सीखने की प्रक्रिया बहुत सीमा तक प्रयासों एवं भूलों पर निर्भर करती है। अपने इस सिद्धांत के पक्ष में उसने जानवरों … Read more

अधिगम : अर्थ, परिभाषा, विशेषताएं और कारक( Learning : Meaning, Definition, characteristics and Factors )

          अधिगम ( Learning )  मानव जन्म से लेकर मृत्यु तक कुछ न कुछ सीखता रहता है| सीखना या अधिगम बच्चे के विकास को प्रभावित करता है। मानव का विकास अधिगम के द्वारा होता है।               अधिगम का अर्थ एवं परिभाषा ( Meaning and Definition … Read more

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