आवश्यकता एक और सामाजिक आंदोलन की
जनता का,जनता के लिए,जनता के द्वारा शासन ही लोकतंत्र है -अब्राहिम लिंकन की यह उक्ति लोकतंत्र के वर्तमान स्वरूप के संदर्भ में सर्वथा असंगत प्रतीत होती है क्योंकि आज लोकतंत्र एक विशिष्ट धनी वर्ग के हाथों की कठपुतली बन कर रह गया है । शासक और शासित के बीच की खाई स्पष्ट रूप से देखी … Read more