कार्यालयी अनुवाद की समस्याएँ

हिंदी भाषा में कार्यालयी अनुवाद एक जटिल और बहुआयामी विषय है | हिंदी भाषा में कार्यालयी अनुवाद करते समय प्रायः निम्नलिखित समस्याएँ सामने आती हैं : (1) शब्दावली की कमी और मानकीकरण का अभाव हिंदी में तकनीकी, कानूनी, और प्रशासनिक शब्दावली का अभाव एक प्रमुख समस्या है। अंग्रेजी में प्रचलित कई शब्दों जैसे “software,” “audit,” … Read more

कार्यालयी अनुवाद : अर्थ और अपेक्षाएँ / गुण

कार्यालयी अनुवाद (Official Translation) सरकारी या गैर-सरकारी कार्यालयों, संस्थानों, या संगठनों में उपयोग होने वाले दस्तावेजों, पत्राचार, नियमावलियों, नीतियों, और अन्य सामग्री का एक भाषा से दूसरी भाषा में अनुवाद है। यह विशेष रूप से भारत जैसे बहुभाषी देश में महत्वपूर्ण है, जहाँ हिंदी और अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में अनुवाद सरकारी कार्यों, कानूनी प्रक्रियाओं, और … Read more

वैज्ञानिक एवं तकनीकी भाषा के रूप में हिंदी की वर्तमान स्थिति उपलब्धियाँ व चुनौतियाँ

हिंदी में वैज्ञानिक और तकनीकी साहित्य का विकास पिछले कुछ दशकों में उल्लेखनीय रहा है। भारत सरकार और विभिन्न संस्थानों जैसे केंद्रीय हिंदी संस्थान, वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग (CSTT), और भारतीय मानक ब्यूरो ने हिंदी में तकनीकी शब्दावली को मानकीकृत करने और समृद्ध करने के लिए महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। तकनीकी विषयों जैसे भौतिकी, … Read more

त्रिभाषा सूत्र ( Three Language Formula )

भारतीय शिक्षा व्यवस्था में त्रिभाषा सूत्र (Three-Language Formula) एक नीति है जिसका उद्देश्य देश की भाषाई विविधता को संरक्षित करते हुए राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देना और छात्रों को बहुभाषी बनाने में मदद करना है। इसे पहली बार 1968 में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (National Policy on Education) में औपचारिक रूप से प्रस्तावित किया गया था, … Read more

प्रशासनिक भाषा का अर्थ व विशेषताएँ या तत्त्व

प्रशासनिक भाषा वह भाषा होती है जिसका उपयोग सरकार और उसके विभिन्न विभाग अपने प्रशासनिक कार्य, दस्तवेजों, नियमों, नोटिस और आधिकारिक संचार में करते हैं। प्रशासनिक भाषा की परिभाषा: प्रशासनिक भाषा वह भाषा होती है जिसे किसी देश की सरकार अपने विभिन्न विभागों, कार्यालयों और प्रशासनिक प्रक्रियाओं में संवाद स्थापित करने, आदेश देने, रिपोर्ट तैयार … Read more

राज भाषा और राष्ट्र भाषा में अंतर

भारत में “राज भाषा” और “राष्ट्र भाषा” दो अलग-अलग संदर्भों में प्रयोग की जाने वाली अवधारणाएँ हैं। राजभाषा और राष्ट्र भषा में निम्नलिखित छः अंतर हैं : (1) राज भाषा वह भाषा है जो सरकार द्वारा आधिकारिक कार्यों, प्रशासन और संचार के लिए प्रयोग की जाती है जबकि राष्ट्र भाषा वह भाषा है जो देश … Read more

आलेख : अर्थ, विशेषताएँ व प्रकार

“आलेख” का शाब्दिक अर्थ होता है “लिखित विवरण”। यह एक प्रकार का गद्यात्मक वर्णन होता है, जिसमें किसी विषय पर सुव्यवस्थित, तर्कसंगत और विस्तृत रूप से विचार प्रस्तुत किए जाते हैं। परिभाषा : “आलेख एक लिखित रचना है जिसमें किसी विषय पर लेखक अपने विचारों, तर्कों और अनुभवों को व्यवस्थित और सुसंगत ढंग से प्रस्तुत … Read more

राजभाषा अधिनियम, 1963

राजभाषा अधिनियम (Official Languages Act – 1963) भारत में संघ के कार्यालयी प्रयोजनों के लिए हिंदी और अंग्रेजी के प्रयोग को नियंत्रित करने वाला कानून है। यह अधिनियम 1963 में पारित किया गया था और इसका मुख्य उद्देश्य संविधान के अनुच्छेद 343 के तहत हिंदी को भारत की राजभाषा के रूप में स्थापित करना है। … Read more

मानक भाषा : अर्थ, परिभाषा और विशेषताएँ या लक्षण

मानक भाषा (Standard Language) किसी भाषा का वह परिनिष्ठित रूप है जिसे एक समुदाय, राज्य या राष्ट्र में संपर्क, शिक्षा, प्रशासन, साहित्य, विज्ञान, और अन्य औपचारिक क्षेत्रों में स्वीकार किया जाता है। इसका व्याकरण, शब्दावली, उच्चारण, और लेखन शैली निश्चित होते हैं, जिससे लिखने, पढ़ने, और बोलने में एकरूपता बनी रहती है। मानक भाषा को … Read more

राष्ट्रभाषा : अर्थ, परिभाषा और विशेषताएँ

राष्ट्र भाषा उस भाषा को कहते हैं जो किसी देश की सांस्कृतिक और राष्ट्रीय पहचान का प्रतीक होती है तथा संचार, प्रशासन और शिक्षा में व्यापक रूप से प्रयुक्त होती है। यह भाषा देश के नागरिकों को आपस में जोड़ने का कार्य करती है और राष्ट्रीय एकता को मजबूत बनाती है। परिभाषा — राष्ट्रभाषा की … Read more

सम्पर्क भाषा : अर्थ, परिभाषा और विशेषताएँ

संपर्क भाषा (Lingua Franca) वह भाषा होती है जो भिन्न-भिन्न मातृभाषा वाले लोगों के बीच आपसी संचार के लिए उपयोग की जाती है। यह भाषा किसी क्षेत्र, देश या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर व्यापार, शिक्षा, प्रशासन, या सांस्कृतिक आदान-प्रदान के लिए प्रयुक्त हो सकती है। उदाहरण: हिंदी भारत में विभिन्न भाषाओं के बीच संपर्क भाषा है। … Read more

राजभाषा : अर्थ, परिभाषा और प्रकृति ( स्वरूप )

राजभाषा उस भाषा को कहते हैं जिसे किसी देश या राज्य में सरकारी कार्यों और प्रशासनिक उद्देश्यों के लिए आधिकारिक रूप से अपनाया जाता है। यह Official Language का हिंदी पर्याय है | भारतीय संविधान के अनुच्छेद 343(1) के अनुसार, देवनागरी लिपि में हिंदी को संघ की राजभाषा घोषित किया गया है। संविधान सभा ने … Read more

टिप्पण या टिप्पणी : अर्थ, परिभाषा, उद्देश्य, विशेषताएं और प्रकार

टिप्पण या टिप्पणी का कार्यालयों के लिए एक विशेष महत्व है | यह अंग्रेजी शब्द नोटिंग ( Noting ) का हिंदी अनुवाद है | ‘नोटिंग’ शब्द लैटिन के Nota से बना है जिसका अर्थ है – जानना| इसके लिए ‘कमेंट’ या ‘एनोटेशन’ का भी प्रयोग किया जाता है | कार्यालयों में आवेदन पत्रों को सरलता … Read more

संक्षेपण : अर्थ, विशेषताएं और नियम ( Sankshepan : Arth, Visheshtayen Aur Niyam )

संक्षेपण एक कला है जिसका संबंध किसी विस्तृत विषय वस्तु या संदर्भ को संक्षेप में प्रस्तुत करने से होता है | विभिन्न संस्थानों, कार्यालयों और विद्यार्थियों के लिए इसका विशेष महत्व है | इसके अंतर्गत अनावश्यक और अप्रासंगिक अंशों को छोड़कर मूल भाव को ध्यान में रखकर उपयोगी तथ्यों को संक्षेप में प्रकट किया जाता … Read more

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