कर्म कर्म जपहु रे भाई
आजकल चौबे जी हर पल आध्यात्मिकता के रंग में रंगे नज़र आते हैं ,पहनावा भी काफ़ी हद तक आध्यात्मिक हो चला है । भगवदगीता से बहुत अधिक प्रभावित हैं यूँ कहिए कि उनका पूरा जीवन ही गीतामय हो गया है वैसे तो अपनेआध्यात्मिक व्यवहार के कारण वे आसपास के कई गाँवों में विख्यात हैं परंतु … Read more