दिन जल्दी-जल्दी ढलता है ( हरिवंश राय बच्चन )

( यहाँ NCERT की कक्षा 12वीं की हिंदी की पाठ्य-पुस्तक ‘आरोह भाग 2’ में संकलित हरिवंश राय बच्चन द्वारा रचित कविता ‘दिन जल्दी-जल्दी ढलता है’ की व्याख्या तथा अभ्यास के प्रश्नों का उत्तर दिया गया है | ) हो जाए न पथ में रात कहीं, मंजिल भी तो है दूर नहीं – यह सोच थका … Read more

आत्मपरिचय ( Aatm Parichay ) : हरिवंश राय बच्चन

( यहाँ NCERT की कक्षा 12वीं की हिंदी की पाठ्य-पुस्तक ‘आरोह भाग 2’ में संकलित हरिवंशराय बच्चन द्वारा रचित कविता ‘आत्मपरिचय’ की व्याख्या तथा अभ्यास के प्रश्नों के उत्तर दिए गए हैं ) मैं जग जीवन का भार लिए फिरता हूँ ; फिर भी जीवन में प्यार लिए फिरता हूँ ; कर दिया किसी ने … Read more

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