हिंदी नाटक का विकास ( संक्षिप्त )

भारत में नाटक लेखन की परंपरा बहुत पुरानी है | कालिदास द्वारा लिखित नाटक विश्व के श्रेष्ठ नाटकों में शामिल किये जाते हैं | कालिदास द्वारा रचित ‘अभिज्ञान शाकुंतलम्’ नाटक का अनुवाद विश्व की अनेक भाषाओं में हो चुका है | लेकिन हिंदी नाटक का इतिहास बहुत अधिक पुराना नहीं है | हिंदी नाटक का … Read more

कबीर की रहस्य-साधना ( रहस्यानुभूति )

साहित्य विशेषतः काव्य के क्षेत्र में रहस्यवाद का अर्थ आत्मा-परमात्मा के संबंधों की व्याख्या से लिया जाता है | जब कवि अपने आध्यात्मिक विचारों व अलौकिक शक्ति से अपने संबंध की चर्चा करता है, रहस्यवादी कहलाता है | रहस्यवाद का अर्थ व परिभाषा रहस्यवाद कोई दाशनिक सिद्धान्त नहीं है, वह एक मनोदशा मात्र है। इसको … Read more

भारतीय सिनेमा का एक नया अध्याय है ‘पठान’

पठान फ़िल्म ने रिलीज होते ही बॉलीवुड के अनेक रिकॉर्ड तोड़ दिए | पहले दिन पठान ने भारत में 57 करोड़ और वर्ल्डवाइड 106 करोड़ कमाई की है | ये अभी तक बॉलीवुड ही नहीं बल्कि हिंदी फिल्मों का एक रिकॉर्ड है | पठान पहली बॉलीवुड फ़िल्म है जो दो दिन में ही सौ करोड़ … Read more

महत्त्वपूर्ण प्रश्न ( बी ए पंचम सेमेस्टर – हिंदी )

(1) यह प्रश्न व्याख्या से सम्बंधित होगा जिसके अंतर्गत विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित पाठ्य-पुस्तक ‘समकालीन हिंदी कविता ‘ से चार पद्यांश व्याख्या के लिए दिए जाएंगे | परीक्षार्थी को किन्हीं दो की सप्रसंग व्याख्या करनी होगी | यह प्रश्न 14 ( 7+7 ) अंक का होगा | (i) हमारा देश ( Hamara Desh ) : अज्ञेय … Read more

महत्त्वपूर्ण प्रश्न ( बी ए तृतीय सेमेस्टर – हिंदी )

(1) यह प्रश्न व्याख्या से सम्बंधित होगा जिसके अंतर्गत विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित पाठ्य-पुस्तक ‘आधुनिक हिंदी कविता’ से चार पद्यांश व्याख्या के लिए दिए जाएंगे | परीक्षार्थी को किन्हीं दो की सप्रसंग व्याख्या करनी होगी | यह प्रश्न 12 ( 6+6 ) अंक का होगा | (i) पवनदूती / पवन दूतिका ( Pavandooti ) – प्रिय … Read more

शाहरुख़ खान : पिक्चर अभी बाकी है

चाँद तारे तोड़ लाऊँसारी दुनिया पर मैं छाऊँबस इतना सा ख़ाब है…… ये गीत जिस नायक पर फिल्माया गया है मानो उस नायक की अपनी महत्त्कांक्षाओं की अभिव्यक्ति था जिसे उसने न केवल पूरा किया बल्कि निरंतर चाँद तारों को समेटने और दुनिया पर छाने की उसकी हसरत के आगे मानो आज ये फलक और … Read more

श्रद्धा हत्याकांड

आफ़ताब-श्रद्धा प्रकरण के बाद दिल्ली में होने वाले एक और भयानक हत्याकांड ने समाजशास्त्रीयों को सोचने पर मजबूर कर दिया है | हालाँकि कुछ लोग श्रद्धा हत्याकांड को लव जेहाद के तौर पर देख रहे हैं लेकिन कुछ दिनों के अंतराल में ही ठीक इसी प्रकार के हत्याकाण्ड के अन्य उदाहरण स्पष्ट रूप से संकेत … Read more

ई-मेल ( E-mail ) : अर्थ, परिभाषा और प्रक्रिया

ई-मेल इलेक्ट्रॉनिक मेल का संक्षिप्त रूप है | इसमें नेटवर्क द्वारा एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर तक शीघ्र ही सूचना का संचार किया जाता है | इस प्रकार भेजी गई सूचना को दूसरे कंप्यूटर पर पढ़ा जा सकता है व उसको सुरक्षित रखा जा सकता है | आवश्यकता पड़ने पर उस सूचना का मुद्रण भी … Read more

कबीर की सामाजिक चेतना ( Kabir Ki Samajik Chetna )

कबीरदास जी भक्ति काल की निर्गुण भक्ति धारा के प्रमुख कवि माने जाते हैं | यद्यपि वे मुख्यतः संत हैं तथापि उनकी वाणी में काव्यत्व के सभी गुण मिलते हैं | उनकी काव्य में भक्ति परक पदों के साथ-साथ सामाजिक चेतना का का स्वर भी दिखाई देता है | जाति प्रथा, भेदभाव, छुआछूत, मूर्ति पूजा … Read more

महत्त्वपूर्ण प्रश्न ( बी ए प्रथम सेमेस्टर – हिंदी )

(1) यह प्रश्न व्याख्या से सम्बंधित होगा जिसके अंतर्गत विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित पाठ्य-पुस्तक ‘मध्यकालीन काव्य कुंज’ से चार पद्यांश व्याख्या के लिए दिए जाएंगे | परीक्षार्थी को किन्हीं दो की सप्रसंग व्याख्या करनी होगी | यह प्रश्न 12 ( 6+6 ) अंक का होगा | (i) कबीरदास के पदों की व्याख्या ( बी ए – … Read more

प्राचीन भारतीय इतिहास के स्रोत

भारतवर्ष का प्राचीन इतिहास अत्यन्त गौरवपूर्ण रहा है दुर्भाग्यवश हम प्राचीन इतिहास को सामग्री के अभाव में पूर्णत: पुनर्निर्मित करने में असमर्थ हैं | इसके अतिरिक्त प्राचीन भारत में यूनान, रोम आदि देशों की भांति इतिहास लेखकों का सदा अभाव रहा है | विदेशियों ने यहाँ तक आरोप लगाया है कि प्राचीन भारतीयों में इतिहास-बुद्धि … Read more

प्राचीन भारत में विवाह प्रणाली

प्राचीन भारत में जिस प्रकार वर्ण व जाति व्यवस्था को लेकर विभिन्न नियम स्थापित किये गए थे उसी प्रकार विवाह संस्कार को भी विभिन्न नियमों में बांधा गया था | वैदिक काल में विवाह को कानूनी बंधन न मानकर धार्मिक बंधन स्वीकार किया गया था | वैदिक समाज में विवाह जीवन के विभिन्न कार्यों को … Read more

ऋग्वैदिक काल / वैदिक काल का राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक और धार्मिक जीवन

वैदिक सभ्यता हड़प्पा सभ्यता के लगभग 1000 वर्ष के पश्चात विकसित हुई | वैदिक सभ्यता को ऋग्वैदिक काल और उत्तर वैदिक काल में बांटा जाता है | इसका काल 1500 ईo पूo से 500 ईo पूo माना जाता है | 1500ईo पूo से 1000 ईo पूo तक ऋग्वैदिक काल काल तथा 1000 ईo पूo से … Read more

स्वामी महावीर का जीवन और उनकी शिक्षाएँ ( Life and Teachings of Lord Mahavira )

स्वामी महावीर प्राचीन भारत के महान दार्शनिक कहे जा सकते हैं | उन्होंने धर्म के विषय में नई दृष्टि का प्रतिपादन किया जो वैदिक धर्म से कहीं अधिक तार्किक एवं व्यावहारिक है | उन्होंने धर्म को सभी मनुष्यों के लिए सुलभ एवं ग्राह्य बनाया | यद्यपि स्वामी महावीर जैन धर्म के 24वें और अंतिम तीर्थकर … Read more

अशोक का धम्म ( Ashoka’s Dhamma )

अशोक का निजी धर्म तो बौद्ध था, परन्तु जो लोग बौद्ध धर्म का अनुकरण नहीं कर सकते थे, उनके लिए एक नए धर्म का आविष्कार किया। महान अशोक अपनी प्रजा के भविष्य का भी सुधार करना चाहता था। उसने कुछ नैतिक नियमों का संग्रह किया। इस संग्रह में उसने बौद्ध धर्म के साथ-साथ हिन्दू धर्म … Read more

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